अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत में अमेरिका के नए राजदूत के नाम का एलान कर दिया है। इस एलान के मुताबिक एरिक गारसेट्टी भारत में अमेरिका के नए राजदूत हो सकते हैं। हालांकि उनके नाम पर अमेरिकी कांग्रेस की होने वाली अहम वोटिंग स्थगित हो गई है। अब यह वोटिंग आठ मार्च को होनी है और इसके बाद ही तय होगा कि एरिक गारसेट्टी भारत में अमेरिका के नए राजदूत होंगे या फिर किसी नए नाम पर विचार किया जा सकता है।

जानिए क्यों हो रहा है विरोध?
व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर कहा है कि एरिक गारसेट्टी भारत में अमेरिका के राजदूत बनने के लिए पूरी तरह योग्य हैं। जुलाई 2021 में राष्ट्रपति जो बाइडन ने एरिक गारसेट्टी के नाम तय किया था। हालांकि एरिक गारसेट्टी के नाम का पार्टी के ही कुछ नेताओं और विपक्ष द्वारा विरोध किया जा रहा है। बता दें कि गारसेट्टी लॉस एंजेलेस के पूर्व मेयर रह चुके हैं और मेयर रहने के दौरान उन पर अपने स्टाफ से छेड़छाड़ का आरोप लगा था। यही वजह है कि विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेटिक पार्टी के ही कुछ सांसदों द्वारा गारसेट्टी के नाम का विरोध किया जा रहा है। जिसके चलते पिछली कांग्रेस द्वारा एरिक गारसेट्टी के नाम पर अंतिम मुहर नहीं लगाई गई थी।

बीती जनवरी में जो बाइडन ने एरिक गारसेट्टी के नाम का फिर से एलान कर दिया। ऐसे में सीनेट की फॉरेन रिलेशन कमेटी के चेयरमैन बॉब मेन्डेज ने 28 फरवरी को कांग्रेस में एरिक गारसेट्टी के नामांकन को अंतिम करने के लिए बैठक बुलाई। अब यह बैठक स्थगित हो गई है और कमेटी आगामी आठ मार्च को वोटिंग करेगी। इसके बाद ही एरिक गारसेट्टी का नाम अंतिम हो सकेगा। आरोपों के बावजूद व्हाइट हाउस ने एरिक गारसेट्टी का समर्थन कर रहा है।

भारत में बीते दो साल से अमेरिकी राजदूत की नियुक्ति नहीं हो सकी थी। जिस पर सीनेट की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष वरिष्ठ बॉब मेनेंदेज ने नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि इन पदों का लंबे समय तक खाली रहना अमेरिका के हितों में नहीं है। भारत के साथ ही अमेरिका ने जर्मनी, पाकिस्तान में भी अपने नए राजदूतों के नाम का एलान किया है।