ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को ‘पार्टीगेट’ मामले में स्वीकार कर लिया है कि उन्होंने संसद को गुमराह किया था। हालांकि, जॉनसन ने ये भी कहा कि ये उनसे अनजाने में हुआ। उनकी नीयत गलत नहीं थी। बता दें कि पार्टीगेट मामले में पार्लियामेंट्री कमेटी जांच कर रही है। आज इस मामले में जॉनसन से पूछताछ होगी।

जॉनसन ने 52 पन्नों का लिखित डोजियर जांच कमेटी को दिया। इसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने दो साल के कोविड लॉकडाउन में नियमों को तोड़ने से इनकार क्यों किया? जब उनके कर्मचारी अक्सर 10 डाउनिंग स्ट्रीट में पार्टी कर रहे थे। इस मामले में जॉनसन के साथ तत्कालीन वित्त मंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पर भी पुलिस ने जुर्माना लगाया था।

संसद में पार्टी से कर दिया था इनकार 
पिछले साल इसी मामले को लेकर संसद के सामने बोरिस जॉनसन ने सफाई दी थी। तब उन्होंने आरोपों को खारिज कर दिया था। अब जॉनसन ने कहा कि ‘मैंने जानबूझकर या लापरवाही से एक दिसंबर 2021, आठ दिसंबर 2021 या किसी अन्य तारीख को सदन को गुमराह नहीं किया। मैंने वही बोला, जो मेरे वकील ने तैयार किया था।’

जॉनसन को इस्तीफा दे देना चाहिए 
कैंपेन ग्रुप कोविड-19 बेरीव्ड फैमिलीज फॉर जस्टिस यूके ने कहा कि यह स्पष्ट है कि जॉनसन ने संसद में झूठ बोला था। इसलिए अब उन्हें सांसद के रूप में इस्तीफा दे देना चाहिए। इसमें कहा गया है कि, ‘हमारे प्रियजनों की रक्षा करने में विफल रहने के बाद, उन्होंने जानबूझकर शोक संतप्त परिवारों से जो झूठ बोला। उससे कहीं अधिक बुरा है कि वह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने ‘नेकनीयती’ से ऐसा किया है।’

आज होगी पूछताछ 
लॉकडाउन उल्लंघनों और अन्य घोटालों के आरोपों में घिरे रहने के बाद बोरिस जॉनसन ने जुलाई 2022 में प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। संसद की विशेषाधिकार समिति ने एक बयान में कहा कि बोरिस जॉनसन ने सार्वजनिक रूप से मौखिक साक्ष्य देने के लिए समिति के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। सुनवाई आज यानी 22 मार्च को होगी।

आठ महीने के काम के बाद इस महीने की शुरुआत में जारी एक अंतरिम रिपोर्ट में, समिति ने कहा कि अब तक हाउस ऑफ कॉमन्स में बोरिस जॉनसन की बेगुनाही की दलीलों को कम करके आंका गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सबूत बताते हैं कि जॉनसन ने कोरोना लॉकडाउन का उल्लंघन किया जब वह सभाओं में थे।