लंदन. ये कहानी दुनिया के सबसे खतरनाक पक्षी की (Cassowary Most Dangerous Bird) है. वह अपने खंजर जैसे पैर के अंगूठे के कारण सबसे खतरनाक माना जाता था. इसका नाम है कैसोवरी (Cassowary). इस पक्षी की तुलना अक्सर डायनासोर से की जाती रही है. लेकिन हैरत की बात है कि इंसान ने इसे 18 हजार साल पहले ही पालना सीख लिया था.

 

CNN की रिपोर्ट की मुताबिक, एक नई खोज में पता चला है कि इसांनों तोता, कबूतर और मुर्गियों से भी कहीं पहले कैसोवरी जैसे आक्रामक पक्षी का पिंजड़े में कैद कर लिया था. यह रिपोर्ट अमेरिका की पेन यूनिवर्सिटी की असिस्टेंट प्रोफेसर क्रिस्टिना डगलस की है. उन्होंने बताया कि जीवाश्माें से पता चलता है कि इंसानों ने कैसोवरी का पालन-पोषण 18 हजार पहले शुरू कर दिया था.

मुर्गी पालन से भी पहले की बात
प्रोफेसर डगलस के मुताबिक, कैसोवरी काे मांस या पंखों का इस्तेमाल करने के लिए उन्हें पाला जाता रहा होगा. हैरत की बात है कि यह मुर्गी पालन से भी कई हजारों साल पुरानी बात है. गौरतलब है कि ये पक्षी छोटा या पालतू नहीं है. ये देखने में काफी बड़ा और हिंसक है और इंसान की जान ले सकता है.

 

2019 में फ्लोरिडा में विदेशी पालतू जानवरों के एक मालिक को कैसोवरी ने बगीचे में उसके सामने गिरने के बाद मार दिया था. ऑस्ट्रेलिया और न्यू गिनी में पाए जाने वाले कैसवैरी से उसके अंडे लेना बिल्कुल आसान नहीं है. इसके पैर के मोटे और नुकीले अंगूठे इसे एक ताकतवर पक्षी बनाते हैं. यह पक्षी हर साल अपना घोंसला बदलना पसंद करता है.

 

डगलस ने बताया कि उन्होंने कैसवैरी पक्षियों को तब पकड़ा जब वे कमजोर थे. लोगों ने नर का शिकार किया और फिर अंडे अपने साथ ले गए. नर घोंसला लावारिस नहीं छोड़ते, इसलिए अंडों की रक्षा करते समय वे ज्यादा भोजन नहीं करते. लिहाजा शिकारियों के लिए उनका शिकार करना आसान होता है. कैसोवैरी पक्षियों को आज भी पपाया न्यूगिनी में उनके पंखों के लिए पाला जाता है. उनके अंडों को नेशनल फूड का दर्जा मिला है.