देहरादून। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड में मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना को लान्च किया। इस योजना से पशुओं के लिए चारा जुटाने के लिए महिलाओं के सिर से बोझ कम होगा और उनके समय और श्रम की बचत होगी। इससे पहले गृहमंत्री शाह ने सहकारी समितियों के कंप्यूटराइजेशन का उद्घाटन किया। इसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एक बार फिर से उत्तराखंड में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनानी है। उन्होंने ये भी कहा कि उत्तराखंड को पूर्व पीएम अटल अटल बिहारी बाजपेयी ने किया और इसे संवार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहे हैं।

पैक्स सोसाइटी के कंप्यूटरीकृत होने से मिलेगा लाभ

केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा कि पैक्स सोसाइटी के कंप्यूटरीकृत होने से सोसाइटी के सदस्यों को लाभ होगा। केंद्र सरकार भी अब यह कदम उठा रही है। हो सकता है के निकट भविष्य में देश के सभी राज्य उत्तराखंड के माडल को अपनाएं।

उत्तराखंड में हो रहा चहुंमुखी विकास

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पहले कहा था कि अगर उत्तराखंड में सत्ता में आए तो विकास नरेन्द्र मोदी करेंगे। आज उत्तराखंड में चहुंमुखी विकास हो रहा है। जनता को योजनाओं का लाभ मिल रहा है। उन्होंने घसियारी कल्याण योजना को लेकर कहा कि पहाड़ में महिलाएं विषम परिस्थियों में कार्य करती हैं। इस योजना से उन्हें लाभ मिलेगा।

उत्तराखंड के एक दिनी दौरे पर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधनसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक समेत अन्य ने उनका स्वागत किया। शाह ने रेसकोर्स स्थित आयोजन स्थल पर पहुंचकर राज्य की 670 बहुद्देश्यीय सहकारी समितियों के कंप्यूटराइजेशन का उद्घाटन किया। इसके थोड़ी ही देर बाद उन्होंने सहकारिता विभाग की मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना को लान्च किया। इसी मंच से वह जनसभा को संबोधित भी करेंगे।

सीएम ने जताया गृहमंत्री शाह का आभार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में गृहमंत्री अमित शाह का आभार जताया। उन्होंने कहा कि शाह आपदा के दौरान राहत-बचाव कार्यक्रम का जायजा लेने के लिए रात डेढ़ बजे उत्तराखंड पहुंचे। उन्होंने पूरे दिन राज्य का भ्रमण किया। इसके लिए उत्तराखंडवासियों की ओर से आपका धन्यवाद। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने हमेशा ही उत्तराखंड की चिंता की है।

जानिए क्या है घसियारी योजना

घसियारी योजना के तहत पशुपालकों को पशुआहार (साइलेज) के 25 से 30 किलो के वैक्यूम पैक्ड बैग उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार के साथ ही दुग्ध उत्पादन में 15 से 20 फीसद तक वृद्धि होगी। इस योजना के लागू होने से पशुओं के लिए चारा जुटाने के लिए महिलाओं के सिर से बोझ कम होगा और उनके समय और श्रम की बचत होगी।