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खतौली में उत्कल एक्सप्रेस के डीरेल होने के दो सप्ताह बाद दिल्ली डिविजन की ओर से 13 रेल कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। बुधवार को उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बर्खास्तगी पर मुहर लगा दी है।

खतौली में हुए उत्कल एक्सप्रेस के हादसे में लापरवाही बरतने वाले चतुर्थ श्रेणी के 12 कर्मचारियों को बुधवार को बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं उस समय इन कर्मचारियों की मॉनिटरिंग कर रहे जूनियर इंजीनियर प्रदीप कुमार को भी रेलवे ने बाहर कर दिया है। उत्तर रेलवे की ओर से इन कर्मचारियों पर प्रथमदृष्टया दोषी मानते हुए कार्रवाई की गई है।

हादसे के बाद कर्मचारियों पर रेलवे एक्ट की धारा 151 और 154 के अंतर्गत एफआइआर दर्ज कर ली गई थी। इन धाराओं में लापरवाही बरतने, बिना सूचना के ट्रैक छोडऩे का दोषी बताते हुए कार्रवाई की गई है।

कमिश्नर रेलवे सेफ्टी ने दिल्ली में दो दिन तक इस हादसे में शामिल रहे अधिकारियों और कर्मचारियों को बुलाया था। कमिश्नर रेलवे सेफ्टी के सामने इन्होंने चाय पीने जाने का बयान दिया था। इससे कमिश्नर ने बिना किसी सूचना के ट्रैक खुला छोडऩे पर इन्हें दोषी मान लिया है।

13 कर्मचारियों को रेलवे ने नौकरी से निकाल दिया है। यह कार्रवाई सीनियर डीईन कॉर्डिनेशन बिजेंद्र कुमार ने की है। इसमें 12 कर्मचारी चतुर्थ श्रेणी और एक जेई है।