नई दिल्ली: बिहार में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ से बिहार के 12 जिले इन बुरी तरहसे प्रभावित हैं। राज्य की कई प्रमुख नदियों के खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सुपौल में बाढ़ में डूबने से 4 लोगों की मौत हो गई है। पिछले तीन दिन में अब तक बिहार में 56 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं लगभग 65.37 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। राहत एवं बचाव कार्य में सेना के साथ ही राष्ट्रीय आपदा बल (एनडीआरएफ) को लगा दिया गया है।

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में बादल फटने की दो घटनाओं में छह लोगों की जान चली गई। छह सैन्यकर्मियों समेत दस लोग लापता हैं। कटिहार में आर्मी के जवानों ने कदवा प्रखंड के अलग-अलग जगहों में बाढ़ में फसे 4 बच्चे सहित 21 लोगों को बचाया। सभी को राहत शिविर पहुंचाया गया। देश के बाकी हिस्सों से पूर्वोत्तर का रेल संपर्क टूट गया है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को राज्य के प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बाढ़ की स्थिति पर बात की और केंद्र से हरसंभव मदद का भरोसा दिया।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि अररिया सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। बाढ़ से बिहार के 12 जिलों के लगभग 65.37 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि अररिया में 20, सीतामढ़ी में 6, किशनगंज में 5, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण और दरभंगा में तीन-तीन लोगों और मधुबनी में 1 व्यक्ति की मौत हुई है। किशनगंज, पूर्णयिा के तीन प्रखंड और कटिहार का एक प्रखंड बाढ़ की चपेट में है. इससे सड़कों को नुकसान पहुंचा है।

मुख्यमंत्री ने कर्नलगंज तहसील क्षेत्र में बाढ़ से मरने वाले दो व्यक्तियों के परिजनों को सहायता के रूप में चार-चार लाख रुपए के चेक दिया। साथ ही बाढ़ पीड़ितों के लिए प्रशासन द्वारा वितरित किए जाने वाले खाद्यान्न व दैनिक उपयोगी वस्तुओं की किट भी वितरित कीं।

तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में अधिकांश जगहों पर भी बारिश हुई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, हम देश में बाढ़ की स्थिति से चिंतित है। पहले की बाढ़ से दक्षिण बंगाल प्रभावित हुआ. अब उत्तर बंगाल प्रभावित है। राहत और बचाव अभियानों के लिए हम लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।