महिलाओं में बांझपन

नई दिल्ली. मां बनना हर महिला के लिए एक खास एहसास होता है। मां बनने को लेकर वह न जाने कितने सपने बुन लेती है। मां बनने के बाद औरत को संपूर्ण माना जाता है। लेकिन कई बार कुछ महिलाएं इस खुशी से वंचित हो जाती हैं। महिलाओं में बांझपन (इंफर्टिलिटी) इनके सारे सपने तोड़ देता है। जानिए वह कौन से कारण हैं जिसकी वजह से महिलाएं मां नहीं बन पाती।

अक्सर हमने सुना है कोई भी महिला तभी प्रेग्नेंट हो सकती है जब उसके पीरियड्स नियमित रुप से आते रहे। पीरियड्स में गड़बड़ी, पीरियड्स का ना आना, पीरियड्स के दौरान दर्द इन कारणों से महिलाओं में बांझपन का खतरा बढ जाता है। अगर आपको इनमें से कोई परेशानी है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

शारीरिक संबंध बनाते समय दर्द नहीं होना चाहिए अगर ऐसा होता है तो इसमें लापरवाही ना बरते तुरंत डॉक्टर से मिलें. क्योंकी इसका कारण एन्डोमीट्रीओसिस या फिर बॉविल मूवमेंट हो सकते हैं।

शादी के बाद हम अक्सर देखते हैं महिलाओं का वजन बढ़ जाता है। बढ़े हुए वजन कम करने के लिए तमाम काम करते हैं एक्सरसाइज करते हैं डाईट फूड लेते हैं लेकिन वजन कम नहीं होता। तो यह फीमेल इंफर्टिलिटी का कारण हो सकता है. इसके लिए एक बार डॉक्टर से जरुर मिलें।

अचानक से चेहरे के बालों का बढ जाना शरीर में टेस्टोस्टेरोन लेवल का बढ़ने के कारण होता है। अगर अपकी चीन, अपर लिप्स, पेट, चेस्ट पर बाल बढ़ने लगे तो यह सेक्स हार्मोन यानी टेस्टोस्टेरोन में गड़बड़ी के कारण होता है। बता दें टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ने से बांझपन का खतरा हो सकता है। अगर आपको अपने शरीर में इनमें से कोई भी लक्षण नजर आयें तो तुरंत डाक्टर से मिलें।

पीरियड्स के अलावा अगर कभी कभी हल्का खून आने लगे तो ऐसी महिलाओं को गर्भधारण करने में परेशानी हो सकती है। पीरियड्स के अलावा हल्के खून आने को फाइब्रॉएड्स कहते हैं यह एक प्रकार का ट्यूमर होता है जो ट्यूमर मसल्स में टिशू के ज्यादा बनने पर होता है। अगर किसी महिला को इस तरह की परेशानी हो और अगर वह प्रेगनेंट हो जाए तो ट्यूमर के कारण मिसकैरेज का खतरा बहुत ज्यादा होता है। इस स्थिति में आप सर्जरी करवा कर इस परेशानी से निजात पा सकते हैं।