ryan international school

रेयान इंटरनेशनल स्कूल में बच्चे की मौत के मामले में हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि, सरकार की इस मामले पर पूरी नजर है। यदि इस केस में स्कूल मैनेजमेंट कुसूरवार साबित होता है, तो वह दोषियों को सजा दिलाने के लिए स्कूल की मान्यता रद्द करने से भी नहीं हिचकेंगे। वहीं मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए पीड़ित परिजनों को इंसाफ दिलाने की बात कही है।

‘मैं खुद एक पिता हूं, घटना से चिंतित हूं’
मंत्री राम बिलास शर्मा रविवार को गुड़गांव जाएंगे और जांच टीम से मुलाकात करेंगे। हो सकता है कि शर्मा प्रद्युम्न के परिवार से भी मिले। शर्मा ने इस बारे में कहा है कि पुलिस पूरी मुस्तैदी से केस की जांच कर रही है। शनिवार शाम तक इस केस की जांच पूरी हो जाएगी। इस संबंध में रविवार को वह गुड़गांव में प्रेस कॉंफ्रेंस भी करेंगे। शिक्षा मंत्री शर्मा ने बच्चों की फिक्र करते हुए कहा है कि, ‘मैं खुद एक पिता हूं। घटना के बाद से मैं भी चिंतित हूं। दोषियों को हर हाल में कड़ी सजा मिलेगी, किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।’

मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया चेतावनी-
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस घटना को अन्य स्कूलों के लिए एक चेतावनी बताया है। उन्होंने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया है कि मासूम प्रद्युम्न के दोषियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। आपको बता दें कि आरोपी बस कंडक्टर अशोक का मेडिकल कराने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस स्कूल के टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ से लगातार पूछताछ कर रही है।

अशोक के परिजनों ने उसे बताया बेकसूर-
आरोपी बस कंडक्टर अशोक के परिजनों ने उसे बेकसूर बताया है। अशोक की पत्नी ने कहा कि उसके पति को फंसाया जा रहा है। अशोक हरगिज ऐसा काम नहीं कर सकता। शनिवार को एक न्यूज पोर्टल से बात करते हुए प्रद्युम्न की मां ज्योति ठाकुर ने भी पुलिस की कार्यशैली पर संदेह जताया। उन्होंने केस की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। ज्योति की मानें तो असली गुनहगार को बचाने के लिए बस कंडक्टर को मोहरा बनाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर स्कूल मैनेजमेंट ने सभी सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से हटा दिया है।

यह पहली घटना नहीं-
गौरतलब है कि रेयान स्कूल में घटित हुई यह पहली घटना नहीं है। पिछले साल जनवरी में दिल्ली के वसंत कुंज स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में देवांश ककरोरा (6) की पानी की टंकी में डूबकर मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर प्रिंसिपल समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया था।