shashikala and pannerselwam

जयललिता के निधन के बाद से ही तमिलनाडु की राजनीति में सियासी उथल-पुथल मची हुई है। सोमवार को चेन्नई में वीके शशिकला की अगुवाई वाली एआईएडीएमके अम्मा गुट के 25 मंत्री और विधायकों ने देर रात चेन्नई में इमरजेंसी बैठक की।

चेन्नई में ‘समझौते के एक फॉर्मूले’ की चर्चा हो रही है, जिसके अनुसार शशिकला की जगह पर पन्नीरसेल्वम फिर से एक होने वाली एआईएडीएमके के प्रमुख हो सकते हैं। शशिकला की अगुवाई वाले एक सूत्र ने कहा है कि उनकी प्राथमिकता तमिलनाडु की सरकार और पार्टी के चुनाव निशान को बचाना है, जिसे चुनाव आयोग ने फिलहाल फ्रीज कर रखा है।

चेन्नई में आज अहम बैठक

वहीं यह भी खबर आ रही है कि पलानिस्वामी सरकार में शामिल कुछ नेताओं और मंत्रियों ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम से मुलाकात की है। वहीं तमिलनाडु के सीएम ए पलानिस्वामी ने आज विधायकों की बैठक बुलाई है। मंत्री डी जयकुमार ने कहा कि हम पन्नीरसेल्वम के विलय वाले बयान का स्वागत करते हैं।

शशिकला खेमे के विधायकों की यह बैठक उस खबर के बाद आई है। जिसमें कहा जा रहा था कि शशिकला के भतीजे और पार्टी महासचिव टीटीवी दिनाकरन के कैंप में बगावत हो सकती है और कुछ नेता पन्नीरसेल्वम खेमे में शामिल हो सकते हैं।

आपको बता दें कि जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके दो गुटों में बंट चुकी है। एक गुट शशिकला की अगुवाई वाला है, तो दूसरा पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व वाला है। दोनों के बीच पार्टी सिंबल से लेकर पार्टी के नाम तक को लेकर विवाद है, मगर अब वह सुलझता दिखाई दे रहा है।