मुंबई : बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन 11 अक्टूबर को अपनी ज़िन्दगी के शानदार 74 साल पूरे कर लेंगे. अमिताभ बच्चन अपना 75वां जन्मदिन मनाने के लिए मुंबई में नहीं होंगे क्यूंकि वो शूटिंग के सिलसिले में देश से बाहर हैं.

बिग बी बनें हैं भगवान 

बिग बी की शख्सियत ही ऐसी है कि हर इंसान उनसे जुडी हर बात जानने को बेताब रहता है,बिग बी की एक झलक पाने के लिए हजारों लोग रोज़ उनके घर के बार घंटों इंतज़ार करते हैं.बिग बच्चन की रील लाइफ हो या रियल लाइफ उनके फैन्स चाहते हैं कि बिग बी की हर खबर उनके कानों तक पहुंचे.मगर आज हम आपको बिग बी के बारें में एक ऐसी बात बताने जा रहे हैं जिससे आज तक लाखों लोग अनजान हैं.एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहाँ पर लोग अमिताभ बच्चन को भगवान ही नहीं मानते बल्कि भगवान के समान ही उनकी पूजा भी करते हैं.

अमिताभ चालीसा के बाद होती है जूतों की पूजा 

भारत श्रधा और अध्यात्म का केंद्र है,यहाँ कई देवी-देवताओं के अनेकों मंदिर हैं मगर आप जानकर हैरान हो जायेंगे कि एक मंदिर ऐसा भी है जहाँ हर रोज़ लगभग 6 मिनट तक बिग बी के नाम की आरती होती है और तो और फिल्म अग्निपथ में जिन सफ़ेद जूतों को अमिताभ बच्चन नें पहना था उन जूतों की भी पूजा होती है.इस मंदिर में अमिताभ बच्चन के नाम की अमिताभ चालीसा भी है जिसे हर रोज़ आरती से पहले विधिवत तरीके से गाया जाता है. बिग बी की आरती के बाद मदिर में उपस्थित भक्तों को प्रसाद वितरण किया जाता है .

भक्तों की ज़िद नें बनाया भगवान 

आपको बता दें कि इस मंदिर का निर्माण कोलकाता के श्रीधर राय रोड़ पर हुआ है जिसे बिग बी के फैन संजय पटौदिया ने साल 2001 में बनवाया था.हालांकि जब बिग बी को इस मंदिर के बारे में पता चला तो उन्होंने संजय पटौदिया को चिट्ठी लिखते हुए कहा- मुझे इंसान ही रहने दो, भगवान का दर्जा मत दो. पर ये उनके भक्तों की ही जिद थी कि उन्हे अपने जूतें और कुर्सी भेजनी पड़ी और फिर तब से उनके दिए गए गएं उपहारों को प्रतिक स्वरूप मानकर 2 कमरों के इस मंदिर में कुर्सी और सफेद जूते की पूजा होती है.

बॉलीवुड सितारें भी आते हैं बिग बी के मंदिर में 

कोलकाता में स्थित अमिताभ बच्चन के इस मंदिर में आम श्रद्धालु तो आते ही हैं मगर बॉलीवुड सितारें भी अक्सर ही यहाँ अपनी हाजरी लगाने आते हैं.बॉलीवुड के कई सितारें जब कभी भी कोलकाता आते हैं तो बॉलीवुड के शहंशाह के मंदिर में माथा टेकना कभी नहीं भूलते हैं.