एंजेलो

श्रीलंकाई कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने अपनी कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है। जिम्बाब्वे से मिली 3-2 से सीरीज हार से निराश हो कर श्रीलंकाई कैप्टन ने अपनी कप्तानी से इस्तीफा दिया है। बता दें कि मैथ्यूज इस हार से काफी निराश थे और पहले से ही कप्तानी छोडऩे पर विचार कर रहे थे।

एंजेलो मैथ्यूज ने जिम्बाब्वे से मिली हार को अपने करियर का सबसे दुखद समय बताया है। चैंपियंस ट्रॉफी में भी श्रीलंका की टीम कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। इसके बाद टीम के हेड कोच ग्राहम फोर्ड ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया था।

टेस्ट में कप्तान बनने से पहले मैथ्यूज ने एकदिवसीय और टी-20 में श्रीलंका क्रिकेट टीम की कमान संभाली है। एंजेलो मैथ्यूज ने 34 टेस्ट में श्रीलंका की कप्तानी की, जिसमें टीम को 13 में जीत मिली और 15 में उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा। उनकी कप्तानी में श्रीलंका 47 वनडे मैच जीती और 46 में हारी है। मैथ्यूज की कप्तानी में ही श्रीलंका ने पिछले साल टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 3-0 से हराया था।

जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम 8 साल बाद किसी विदेशी जमीन पर कोई वनडे सीरीज जीतने में कामयाब हो पाई है। जिम्बाब्वे ने 2009 के बाद की अपने घर से बाहर पहली सीरीज जीती है।

क्रिकेट इतिहास में यह पहली बार है जब जिम्बाब्वे ने अपने घर के बाहर पांच मैचों की वनडे सीरीज जीती है। इस सीरीज के पहले जिम्बाब्वे ने श्रीलंका को उनकी सरजमीं पर उन्हें एक भी वनडे में नहीं हराया था। श्रीलंका की सरजमीं पर उनकी एकमात्र जीत साल 2001 में कोलंबो में वेस्टइंडीज के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी में आई थी।

वनडे क्रिकेट के इतिहास में यह दूसरा मौका है जब सीरीज में 1-2 से बढ़त लेने के बाद भी श्रीलंका हार गई। जिम्बाब्वे के खिलाफ हारने के पहले साल 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ भी श्रीलंका 1-2 से लीड लेने के बावजूद हार गई थी।