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नई दिल्ली : दुनिया की सबसे महंगी टेक्नोलॉजी कंपनी Apple के लिए बहुत बुरी खबर आयी है। एप्पल का सबसे महंगे ब्रांड Iphone के स्लो वर्क प्रोसेस की वजह से कम्पनी पर लगभग 64 लाख करोड़ का जुर्माना लगाया गया है। जी हाँ आपने बिलकुल सही सुना कंपनी ने खुद इस बात की पुष्टि की है।

कंपनी की होशियारी पड़ी उन पर ही भारी 

कंपनी ने बताया कि पुराने iphones की लाइफ को बढ़ाने के मकसद से कंपनी ने नए लांच iphone की वर्किंग स्पीड जानबूझकर स्लो रखी थी। जिसकी मुख्य वजह लीथियम आयन से निर्मित इसकी बैटरी है। मगर कंपनी की ये होशियारी उनके लिए मुसीबत बन गयी है। iphone यूज़र्स ने इस बात को बर्दाश्त किये बगैर कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराते हुए मुआवजे की भी मांग की है।

iphone यूज़र्स ने दर्ज कराये केस 

जब से इस बात का खुलासा हुआ है कि एप्पल ने जानबूझकर iphone की स्पीड कम करी थी तभी से लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त हो गया है। ज़ाहिर है iphone के फ़ोन दुनिया में सबसे महंगे होते हैं और लोग इसे भारी कीमत देकर खरीदते हैं। अभी तक सिर्फ न्यूयॉर्क ,फ्लोरिडा और न्यूजर्सी के लोगों ने ही एप्पल के खिलाफ केस दर्ज कराने की मांग की थी मगर अब दुनिया भर से iphone यूज़र्स कंपनी के खिलाफ केस दर्ज करा रहे हैं।

स्लो करने से पहले बताना तो चाहिए था 

कैलिफोर्निया में एक महिला ने एप्पल कंपनी के खिलाफ केस दर्ज कराते हुए 1ट्रिलीयन डॉलर का मुकदमा कराया है। इज़राइल में तो iphone स्लो होने की वजह से कम्पनी पर लगभग 120 मिलियन डॉलर का केस दर्ज कराया गया है।सोशल मीडिया में इस समय इस बात की जंग छिड़ी हुई है कि कंपनी को अगर iphone स्लो रखना तो यूज़र्स को इन्फॉर्म तो करना ही चाहिये था।