इस्तीफा

भारतीय क्रिकेट टीम के नए कोच के आवेदन की अंतिम तारीख बुधवार (31 मई) को खत्म हो गई। मौजूदा कोच अनिल कुंबले को आवेदन किए बगैर संभावित कोचों में रखा गया है लेकिन इस बात की कम संभावना दिख रही है कि उनका एक साल का कार्यकाल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा बढ़ाया जाएगा। कुंबले का कार्यकाल न बढ़ाए जाने की एक प्रमुख वजह भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान विराट कोहली की उनसे अनबन बताई जा रही है।

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, ‘आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी, अनिल कुंबले का भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद के तौर पर आखिरी टूर्नामेंट होगा।’

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक कोच और कप्तान के बीच सुलह कराने की कोशिशें भी जारी हैं। बीसीसीआई के संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी और महाप्रबंधक एमवी श्रीधर बुधवार को ही बर्मिंघम पहुंच गए हैं। खबर के मुताबिक यहां दोनों अधिकारी कोच और कप्तान से अलग-अलग बातचीत कर कोई बीच का रास्ता निकालने की कोशिश करेंगे।

बता दें कि अनिल कुंबले ने भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच पद जून 2016 में संभाला था, जिसके बाद टीम इंडिया का प्रदर्शन अभी तक शानदार रहा है, वहीं अनिल कुंबले की निगरानी में भारत ने लगभग हर विपक्षी टीम को हराया है।

कुंबले और कोहली के बीच विवाद पिछले साल नवंबर में इंग्लैंड के दौरे के समय शुरू हुआ था। एक अधिकारी ने बताया कि विराट के अलावा कई दूसरे खिलाड़ी भी कुंबले के रवैये से असंतुष्ट बताए गए। अधिकारी ने कहा, “जब कप्तान ही असंतुष्ट हो तो बाकी सबके पास कहने के लिए ज्यादा कुछ नहीं रह जाता।” बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, “अगर कोई चमत्कार होता है तभी कुंबले बने रहेंगे।” सीओए के एक सदस्य ने कहा, “अगर कोहली की बात मान ली गई तो बीसीसीआई एक बुरी नजीर स्थापित करेगा। कोहली बिगड़ैल बच्चे की तरह बरताव कर रहे हैं। कुंबले ने बहुत अच्छे परिणाम दिए हैं। स्क्रीनिंग कमेटी को फैसला लेते समय इसे ध्यान में रखना चाहिए।”

बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) इस मैच के बाद ही अगले कोच के लिए आए आवेदनों पर विचार करेगी. समिति में भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के अलावा सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण सदस्य हैं। नए कोच के लिए इंटरव्यू पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बाद होने की संभावना है।