आँखों

आँखों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए महिलाएं काजल, आई शेडो, आईलाइनर, आई लैशेस कर्लर लगाती हैं। इस तरह आँखों को सही आकार या कहे सही लुक दिया जाता है। आपको बता दे कि गलत तरीके से किये गए आई मेकअप के बहुत नुकसान झेलने पड़ते हैं। काजल में यदि केमिकल है तो इसे इनर आईलिड पर लगाने से नुकसान झेलना पड़ता है।

गलत तरीके से आईलाइनर लगाने से भी आँखों को नुकसान होता है। आईलैशेस कर्लर के गलत इस्तेमाल से स्किन तक कट जाती है। इसलिए आई मेकअप में जो भी चीजें इस्तेमाल करें, ध्यान से करें। प्रोडक्ट का चयन सोच समझ कर करे। आपको बता दे कि लैश लाइन की रेखा के अंदर आईलाइनर लगाया जाए तो आँखों की रौशनी धुंधली हो जाती है। आँखों की पलको के अंदर और बाहर लगाए जाने वाले आईलाइनर से आँखों की रोशनी पर नकारात्मक असर पड़ता है। पेन्सिल आईलाइनर लगाने से इसके कण आँखों में चले जाते है।

इस स्टडी को करने के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग की मदद ली। इसके लिए उन्होंने कई तरह से मेकअप किया फिर ये तुलना कर के देखा कि आईलाइनर के कण कितनी मात्रा में आँखों की आंसुओ वाली झिल्ली पर पहुंचते है। आंखों के अंदर की ओर आइलाइनर लगाने पर पांच मिनट के अंदर ही 15 से 30 प्रतिशत ज्यादा कण आंखों की अश्रु झिल्ली पर पहुंच जाते हैं।