बेंगलुरु, 5 अप्रैल 2021

ज्यादातर लोगों को लगता है कि कोविड -19 टीका कोरोना वायरस के खिलाफ एक अचूक इलाज है। लेकिन इसके उलट कई चौंकाने वाली खबरें सामने आ रही हैं। कई जगहों पर जहां हेल्थ वर्कर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मी जो कोरोना की वैक्सीन ले चुके हैं वे भी कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं। हाल ही में बेंगलुरु में एक ऐसा ही केस सामने आया है। जहां कई डॉक्टर कोरोना संक्रमित मिले हैं।

बेंगलुरु मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट की नोडल ऑफिसर डॉ स्मिता सेग का कहना है कि, कैम्पस में एमबीबीएस डॉक्टर समेत लगभग एक दर्जन लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। जबकि इन सभी को कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज दिया जा चुका था। इसमे सबसे अहम बात ये हैं कि, किसी की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। इन लोगों में कोरोना लक्षण विकसित होने के बाद टेस्ट किए गए थे।

उन्होंने बताया कि, बीएमसीआरआई छात्रावास में की गई टेस्टिंग में 13 मेडिकल छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसमें से कुछ छात्रों ने हाल ही में कोरोना वैक्सीन ली थी। सभी संक्रमित छात्र वर्तमान में अलग-अलग छात्रावास के कमरों में आइसोलेशन में हैं। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि अन्य मेडिकल कॉलेजों में मामले पाए गए हैं। “कुछ कॉलेजों ने 10 और 12 मामलों के बीच छात्र संक्रमिक मिले हैं।

अधिकारी ने बताया कि जो छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, वे अपने नॉन मेडिकल दोस्तों जो इंजीनियरिंग आदि के छात्र हैं से फैला है। स्वास्थ्य आयुक्त डॉ त्रिलोक चंद्रा ने कहा कि टीकाकरण के बाद स्वास्थ्य कर्मियों में संक्रमण के विशेष डेटा बिंदु को अभी तक ट्रैक नहीं किया जा रहा है। एक सरकारी सूत्र के अनुसार, हालांकि, आधिकारिक तौर पर अब तक कम से कम दो दर्जन मामले दर्ज किए गए हैं।