नई दिल्ली : नीतीश सरकार ने बिहार विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है। नीतीश सरकार के पक्ष में 131 और विरोध में 108 वोट पड़े हैं। नीतीश कुमार ने इससे पहले बिहार विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 122 है। इससे पहले दोनो पक्षों के बीच विधानसभा में तीखी बहस देखने को मिली। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार की जनता को धोखा दिया है तो वहीं नीतीश ने कहा कि उन्हें सेक्युलरिज्म किसी से सीखने की जरूरत नहीं।

 

नीतीश का जवाब
मैंने बिहार के हित में फैसला लिया है
समय आने पर एक-एक बात का जवाब दूंगा
मैंने कांग्रेस को बीच-बचाव के लिए कहा
आज जुम्मे का दिन है अड़चन नहीं चाहता
तेजस्वी की हर बात का जवाब दूंगा
ये लोग अहंकार में जीते हैं
सेक्यूलरिज्म भ्रष्टाचार छिपाने के लिए नहीं होता
हमें कोई सेक्यूलरिज्म न सिखाएं

नंदकिशोर ने दिया तेजस्वी को जवाब
विधानसभा में नंदकिशोर ने लालू-तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा, अगर पुत्रमोह नहीं होता तो अब्दुल वारी होते डिप्टी सीएम।
आरजेडी और कांग्रेस को सत्ता जाने की खीज है
तेजस्वी के चेहरे पर कुर्सी जाने का गम दिख रहा है

तेजस्वी यादव ने बोला नीतीश पर हमला

विधनासभा में नीतीश पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा सरकार पांच साल के लिए चुनी गई थी फिर यह पांच साल तक क्यों नहीं चली।
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश हे राम से जय श्री राम तक पहुंच गए।
तेजस्वी ने कहा, हमने महागठबंधन को बचाने की कोशिश की थी. नीतीश की कौन सी विचारधारा है. कभी बीजेपी तो कभी आरजेडी के साथ आए गए नीतीश।
तेजस्वी ने कहा, मैंने एफआईर से जुड़ी जानकारी नीतीश को दी थी. उन्होंने मुझसे कभी इस्तीफा नहीं मांगा. हिम्मत थी तो नीतीश मुझे बर्खास्त करते।
तेजस्वी यादव ने विधानसभा में कहा, ‘नीतीश ने पूरे बिहार को धोखा दिया.’ उन्होंने कहा कि आरजेडी ने जेडीयू का वजूद बताया था।