रिसर्च

यूं तो मां का दूध नवजात के लिए संपूर्ण होता है, मगर क्या आप जानते हैं, ब्रेस्ट फीडिंग करवाने से मां की सेहत में भी सुधार आता है। जी हां, हाल ही में आई रिसर्च कुछ यही कहती है।

क्या कहती है रिसर्च-
रिसर्च के अनुसार जिन महिलाओं की डिलीवरी ऑपरेशन के जरिए होती है, यदि वे दो महीने से ज्यादा समय तक अपने शिशु को ब्रेस्टफीडिंग करवाती हैं तो सर्जरी से होने वाला दर्द तीन गुना तक कम हो सकता है।

दरअसल, सर्जरी से डिलीवरी के कारण कई महिलाओं को ऑपरेशन का दर्द तीन महीने या इससे अधिक समय तक झेलना पड़ता है। मगर जो महिलाएं नियमित रूप से बच्चे को स्तनपान करवाती हैं, उनके दर्द में कुछ हद तक कमी आती है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
शोधकर्ताओं के अनुसार ये अपने आप में नई रिसर्च है। ये तो अब तक हर कोई जानता था कि मां का दूध बच्चे के लिए न्यूट्रिशंस से भरपूर है, मगर मां को भी इसका फायदा होता है इससे लोग अभी तक अंजान थे।

स्पेन में हॉस्पिटल यूनिवर्सितारियो न्यूसत्रा सेनोरा डी वाल्मे की डॉक्ट‍र कार्मेन एलिसिया वर्गास बेरेनजेनो का कहना है कि ये रिसर्च के शुरूआती नतीजे हैं। यदि ऐसा सचमुच हुआ तो महिलाओं के लिए बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करवाना और भी जरूरी हो जाएगा।

जेनेवा में आयोजित सालाना कार्यक्रम ‘यूरोएनिस्थीसिया कांग्रेस 2017’ में इस रिसर्च को प्रस्तुत किया गया था।