MBBS : राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने जॉर्जिया के विश्वविद्यालयों की एक लिस्ट जारी की है जहां से युद्धग्रस्त यूक्रेन से लौटे भारतीय मेडिकल छात्र एकेडमिक मोबिलिटी प्रोग्राम के तहत एमबीबीएस के लिए आवेदन कर सकते हैं। हाल में आयोग ने उन देशों की लिस्ट जारी की थी जहां से यूक्रेन से लौटे भारतीय मेडिकल छात्र अपनी मेडिकल डिग्री पूरी कर सकते हैं। एनएमसी द्वारा हाल में जारी एक आधिकारिक नोटिफिकेशन के मुताबिक स्टूडेंट्स बीएयू इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, बातूमी, जॉर्जियन नेशनल यूनिवर्सिटी एसईयू, और न्यू विजन यूनिवर्सिटी, जॉर्जिया में पढ़ाई कर सकते हैं।

इन संस्थानों की फीस व मीडियम इस प्रकार हैं – 
बीएयू इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, बातूमी, जॉर्जिया – 6500 USD (5.26 लाख रुपये ) , मीडियम – इंग्लिश
जॉर्जियन नेशनल यूनिवर्सिटी, एसईयू जॉर्जिया- 5500 USD (4.45 लाख रुपये), मीडियम – इंग्लिश
न्यू विजन यूनिवर्सिटी – जॉर्जिया, 7000 USD (5.67 लाख रुपये), मीडियम – इंग्लिश

एनएमसी ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय व विदेश मंत्रालय के साथ विचार विमर्श कर यूनिवर्सिटी की लिस्ट जारी की है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को सुझाव दिया था कि वह मेडिकल स्टूडेंट्स को उन यूनिवर्सिटी के बारे में बताए जहां से वह अपनी मेडिकल की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। इससे पहले केंद्र सरकार ने यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्रों को देश के मेडिकल कॉलेज में सीट देने से साफ इनकार कर दिया था। सरकार ने कहा था कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।

विशेष परिस्थितियों के मद्देनजर एनएमसी ऐसे छात्रों को अपनी शिक्षा पूरी करने की अनुमति देने के लिए यूक्रेन के एकेडमिक मोबिलिटी प्रोग्राम को मान्यता देने पर सहमत हो गया लेकिन डिग्री यूक्रेन के मूल विश्वविद्यालय द्वारा ही प्रदान की जाएगी। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग कानून के अनुसार, विदेशी मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को केवल एक ही विश्वविद्यालय से डिग्री लेने की आवश्यकता होती है। एकेडमिक मोबिलिटी प्रोग्राम वैश्विक स्तर पर विभिन्न देशों में अन्य विश्वविद्यालयों में दाखिला के लिए एक अस्थायी व्यवस्था है। नोटिस में कहा गया है कि डिग्री यूक्रेन के मूल विश्वविद्यालय द्वारा ही प्रदान की जाएगी।