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नई दिल्ली, चीन और पाकिस्तान से संभावित टू फ्रंट ख़तरों को देखते हुए भारतीय वायु सेना देशभर में अभ्यास करने जा रही है। गगन शक्ति नाम से वायुसेना का यह अभ्यास 11 अप्रैल से लेकर 21 अप्रैल तक किया जाएगा। वायुसेना का यह अभ्यास वेस्टर्न और नॉर्दर्न सीमा और भारतीय जलक्षेत्रों को ध्यान में रखकर दो अलग-अलग चरणों में किया जाएगा।

एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक, इस अभ्यास के दौरान करीब 1100 वायुसेना के लड़ाकू विमानों को शामिल किया जाएगा। इसमें 15 हजार से ज्यादा वायुसेना के जवान और 300 ऑफिसर शामिल होंगे। इसका मतलब ये हुआ कि करीब 3,000 से 4,000 उड़ान अभ्यास के दौरान उड़ान भरेगी। ख़बर में यह कहा गया है कि गगन शक्ति के पहले चरण में वेस्टर्न बॉर्डर पर तैनात वायुसेना के जवान शामिल होंगे जबकि दूसरे चरण में वेस्टर्न बॉर्डर पर तैनात जवान अभ्यास करेंगे।

मौजूदा प्रोटोकॉल के अनुरूप पाकिस्तान को इस अभ्यास के बारे में पहले ही बता दिया गया है। भारतीय वायुसेना पहले से ही लड़ाकू विमानों की कमी से जूझ रही है। उसके पास 42 फाइटर स्क्वाड्रन की जरूरत है जबकि फिलहाल सिर्फ 31 फाइटर स्क्वाड्रन है। चीन-पाकिस्तान की चुनौतियों से मुकाबला करने और इन कमियों से निपटने के लिए भारतीय वायुसेना अभ्यास के दौरान सर्ज ऑपरेशन कॉन्सेप्ट पर अभ्यास कर रही है।