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पंचकूला , 800 गाड़ियों के काफिले के साथ डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम पंचकूला स्थित सीबीआई कोर्ट के लिए रवाना हो गए हैं। इस बीच खबर ये है कि राम रहीम के समर्थकउनको रोकने के लिए गाड़ियों के आगे लेट गए।हालांकि पुलिस ने उन्हें वहां से तुरंत हटा लिया। कई समर्थकों के बेहोश होने की खबर भी आ रही है।
रास्ते में उनके काफिले की 3 गाड़ियों के आपस में टकराने की भी खबर है। हालांकि इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ है।

आपको बता दें कि आज यानी 25 अगस्त को साध्वी से रेप मामले में आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम पर पंचकूला सीबीआई कोर्ट फैसला सुनाएगी। इस बीच हरियाणा के सिरसा में गुरुवार रात से हालात बिगड़ने की स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है।

पंचकूला में हजारों की संख्या में राम रहीम समर्थक पहुँच चुके हैं। हालांकि फैसला आने से पहले राम रहीम ने एक वीडियो जारी करके अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही डेरा प्रमुख ने समर्थकों से पंचकूला न जाने की भी अपील की है।

परिस्थितियों के मद्देनज़र पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 72 घंटों के लिए इंटरनेट संबंधी सेवाएं बंद कर दी गईं हैं। रोडवेज ने कई रूट्स की बसें बंद कर दीं हैं साथ ही हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और राजस्थान जाने वाली करीब 72 ट्रेनों को भी रद्द कर दिया है।

क्या था पूरा मामला

दरअसल राम रहीम पर चल रहे इस यौन शोषण मामले की शुरुआत डेरा की एक साध्वी द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपाई को लिखी गयी एक गुमनाम चिट्ठी से हुआ था। अटल बिहारी ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया। इसके बाद सितम्बर 2002 में पीएमओ ने सीबीआई को इस मामले में जांच के आदेश दिए। सीबीआई की जांच के मुताबिक चिट्ठी में लगाए गए सभी आरोप सही पाए गए।

इसके बाद सीबीआई ने डेरा प्रमुख के खिलाफ केस दर्ज किया और सीबीआई ने विशेष अदालत में 31 जुलाई 2007 को आरोप पत्र दाखिल किया। उस समय गुरमीत राम रहीम को जमानत मिल गई।

पंचकुला की अदालत में साल 2012 से ये केस चल रहा है। इसकी पहली सुनवाई जनवरी 2012 में हुई। केस में मुख्य गवाह बाबा राम रहीम का ड्राइवर है और अब तक 200 से ज्यादा सुनवाइयां हो चुकी हैं। 15 साल बाद अब साध्वी यौन शोषण मामले में गवाहियों का दौर पूरा हुआ है । और 25 अगस्त यानी आज जज जगदीप सिंह इस केस का फैसला सुनाएंगे।