केदारनाथ में वीवीआईपी, वीआईपी यात्रियों को दर्शन कराने के लिए बीकेटीसी और प्रशासन प्रोटोकॉल व नोडल अधिकारी तैनात करेंगी। ये अधिकारी धाम में विशिष्ट राज्य अतिथियों और गणमान्य यात्रियों को दर्शन कराएंगे। इस व्यवस्था से धाम में आम श्रद्धालुओं को भी दर्शन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।

भगवान आशुुुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में ग्याहरवें केदारनाथ यात्रा में वीआईपी दर्शन व्यवस्था हमेशा सवालों में घेरे में रही है। इस व्यवस्था को लेकर मंदिर समिति और प्रशासन को लेकर आम यात्रियों में नाराजगी रहती है। लेकिन इस बार, वीआईपी से आम यात्रियों को दिक्कत न हो, इसके लिए प्रशासन व बीकेटीसी अपने स्तर से कोई कमी नहीं रखना चाहते हैं।

केदारनाथ में राज्य अतिथियों व गणमान्य यात्रियों को दर्शन कराने के लिए प्रशासन प्रोटॉकल और बीकेटीसी नोडल अधिकारी तैनात करेगी। सूत्रों की मानें तो केदारनाथ में वीआईपी व वीवीआईपी यात्रियों से दर्शन के लिए न्यूनतम शुल्क लिया जाएगा। इसके लिए मंदिर समिति द्वारा बकायदा शुल्क रसीद भी सबंधित यात्रियों को मौके पर दी जाएगी।

यह व्यवस्था कपाटोद्घाटन से ही शुरू हो जाएगी। इधर, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा 25 अप्रैल से शुरू हो रही केदारनाथ यात्रा में दर्शनों के लिए गाइडलाइन तैयार की जा रही है। इसी के तहत वीवीआईपी, वीआईपी के लिए अलग से अधिकारियों की तैनाती को लेकर चर्चा हुई है। धाम में किसी भी आम श्रद्घालु को दर्शन के लिए दिक्कत न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा।