जल जीवन मिशन की श्यामपुर पेयजल योजना का केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल, विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल और पेयजल मंत्री बिशन सिंह ने भल्ला फार्म में शिलान्यास किया। इस योजना पर 9.40 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस योजन का निर्माण जल निगम देहरादून करेगा।

श्यामपुर के भल्ला फार्म पंचायत भवन में आयोजित कार्यक्रम में जलशक्ति केंद्रीय राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि इस पेयजल योजना से ऋषिकेश ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की किल्लत दूर होगी। 2022 तक प्रत्येक घर को पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार की उपलब्धियों को गिनाया।

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि इस योजना से भल्ला फार्म, भट्टा फार्म, बैटरी फार्म, नंबरदार फार्म के निवासियों को लाभ मिलेगा। इस योजना में दो ट्यूबेल, दो ओवरहेड टैंक, राइजिंग मेन लाइन सहित 44 किलोमीटर नई पाइप लाइन बिछाई जाएगी।

पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने कहा की प्रदेश में पेयजल योजनाओं को लेकर सरकार द्वारा विशेष कार्य किए जा रहे हैं। इस अवसर पर पेयजल निगम के मुख्य अभियंता केके रस्तोगी, मुख्य अभियंता सुरेश चंद्र पंत, ईई मिशा सिन्हा, गणेश रावत, विजयपाल जेठूड़ी, नरेंद्र सिंह रावत, प्रभाकर पैन्यूली,प्रदीप धस्माना आदि उपस्थित थे।

हल्द्वाड़ी और लड़वाकोट की योजनाएं दुरुस्त होंगी
जल निगम देहरादून ने कुछ साल पहले रायपुर ब्लॉक के लड़वाकोट और हल्द्वाड़ी में पेयजल योजना बनाई थी। इन योजनाओं का लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। लोगों को सालभर में केवल तीन माह पानी मिल पा रहा है। केंद्रीय जलशक्ति राज्यमंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि इन दोनों परियोजनाओं को बारे में राज्य के अधिकारियों जानकारी जुटाई जाएगी, इन योजनाओं को भी दुरुस्त करवाया जाएगा।

जल जीवन मिशन पर नहीं पड़ेगा आचार संहिता का असर

  • केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि उत्तराखंड के 47.30 प्रतिशत घरों में जल जीवन मिशन के तहत लगे पानी के कनेक्शन दिए गए हैं। 2022 तक लक्ष्य पूरा करने की चुनौती है। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन की योजनाओं पर आचार संहिता का प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसके लिए चुनाव आयोग से मांग की जाएगी।

    उन्होंने चंद्रेश्वरनगर स्थित 7.50 एमएलडी एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्लांट परिसर में पौधारोपण किया। इसके बाद मुनिकीरेती स्थित एक होटल प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर देश को क्या देंगे। इससे पहले 2019 में देश खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) हो गया। स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र और धार्मिक स्थलों के आसपास जहां पर पानी होगा वहीं पर शौचालय बनाए जा रहे हैं। ग्राम पंचायत ठोस कूड़े का प्रबंधन कर रही हैं। दूसरे चरण में ग्राम पंचायत कीचन गार्डन बना रहे हैं, जिसमें घर से निकलने अपशिष्ट की खाद बनाई जा रही है।

    तीसरे चरण में कूड़ा प्रबंधन को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच मूर्त रूप लेती दिख रही है। जरूरतमंद लोगों को एक कमरे की छत, बिजली का कनेक्शन, गैस कनेक्शन और आयुष्मान कार्ड दिया गया है। घर-घर पानी पहुंचाया जा रहा है। उत्तराखंड के 47.30 प्रतिशत घरों में जल जीवन मिशन के तहत पानी के कनेक्शन दिए गए हैं। 2022 तक लक्ष्य पूरा करने की चुनौती है। पहले परियोजनाओं को पूरा होने में कई साल लगते थे, अब प्रधानमंत्री ने कहा कि भूमि पूजन भी हम करेंगे, लोकार्पण भी हम करेंगे। आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर महिलाओं को उनके अधिकार दिए गए हैं।

    एक पंचायत पांच महिलाओं को काम दिया गया है, यह महिलाएं पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजेंगे। आजादी का महोत्सव 15 अगस्त 2023 तक चलेगा। जल जीवन मिशन की योजनाओं का पर्वतीय क्षेत्रों में करना चुनौती जैसा है। प्रेसवार्ता कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कुसुम कंडवाल, मंडी समिति के अध्यक्ष विनोद कुकरेती, नगर पालिका मुनिकीरेती के अध्यक्ष रोशन रतूड़ी, जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी, मंडल अध्यक्ष भगवती काला, भगवती रतूड़ी, इंद्रेश उनियाल, राजपाल, जलनिगम के मुख्य अभियंता केके रस्तोगी, एई धर्मेद्र कुकरेती, जल संस्थान के एसई नमित रमोला, जलकल अभियंता अनिल नेगी आदि थे।