darier disease

कानपुर, उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक खतरनाक यूरोपियन देशों की बीमारी ने पाँव पसारने शुरू कर दिए हैं।कानपुर जिले में डेरियर नामक बीमारी के लक्षण देखने को मिले हैं।

जिसके तहत जिले के लाला लाजपत राय हॉस्पिटल हैलट में एक 20 वर्षीय युवती अपने चेहरे पर पड़े लाल चकत्तों का इलाज कराने पहुंची थी।डॉक्टरों ने एक माह की जांच के बाद यह पाया कि, ये कोई साधारण स्किन की बीमारी नहीं बल्कि यूरोपियन देशों में होने वाली बीमारी डेरियर है।

क्या है डेरियर

मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डेरियर एक जेनेटिक बीमारी है। यह बीमारी सामान्य त्वचा रोग से बिल्कुल अलग होती है।

यह बीमारी 15-16 वर्ष की उम्र में नहीं दिखती है, लेकिन 16-30 वर्ष के भीतर यह बीमारी अचानक उभरने लगती है और जीवनभर रहती है। कानपुर समेत पूरे देश में इस बीमारी के कुल 15 मरीज मिले हैं।

इन देशों से आई है यह बीमारी:

यह बीमारी डेनमार्क, स्कॉटलैंड, नार्थ ईस्ट इंग्लैंड, स्लोवानिया से इंडिया आई है। अभी तक इस बीमारी के मरीज सिर्फ यूरोपियन देशों में ही मिलते थे।

डेरियर के लक्षण

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डेरिया सोरिएसिस, इक्थिआसिस और केराटोसिस से ज्यादा खतरनाक बीमारी है।इस बीमारी में सीने, गर्दन, पीठ, पेट और कान के निकट काले और लाल दाने निकलते हैं।यह दाने फफोलों में परिवर्तित होकर पूरे शरीर पर फ़ैल जाते हैं।

ऐसे करें बचाव

गीले कपड़े या तौलिये के इस्तेमाल से बचें। धूप में निकलने से बचे। टाइट या मोटे कपड़े बिलकुल भी न पहने। धूल और भीड़- भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचे।