rohingya_muslims

रूमाना सिद्दीक़ी

रोहिंग्या मुसलमान को भारत में बसा लो, राम जन्मभूमि पर अस्पताल बनवा दो, गाय खाने दो, हज सब्सिडी दे दो, ख़ून पसीने का टैक्स दे दो, अल्पसंख्यक दर्जा, अलग राज्य और फिर भारत के टुकड़े भी करवा दो। जिस थाली में खाएंगे उसी में छेद कर डालेंगे।

धर्मनिरपेक्षता और मानवता का सारा ठेका हिन्दुओं ने ले रखा है क्या ? यह हिंदुस्तान है इसके नाम में ही हिन्दू है। इस धर्म के साथ राष्ट्रीयता जुड़ी है। पाकिस्तान में 1 करोड़ 25 लाख हिन्दुओं ने दम तोड़ दिया, उनको मारा काटा गया, बहन बेटियों से बलात्कार किये गए, धर्म बदलवाया गया पर हिन्दू गद्दार नहीं होते राष्ट्रवाद और स्वाभिमान उनके ख़ून में होता है! आखिर उन्होंने इतना ज़ुल्म होने के बाद भी अपना पाकिस्तान देश नहीं छोड़ा। बेचारे अब सिर्फ 10 लाख हिन्दू रह गए पाकिस्तान में। वहीं भारत में हिन्दुओं ने मुस्लिमों को फलने फूलने का पूरा मौका दिया और 1947 में 8 करोड़ से 20 करोड़ तक आ पहुँचे।

हर देश का मुसलमां भारत में ही क्यों रहना चाहता है ? उनका अपना देश है वहाँ से क्यों निकल जाते हैं ? शायद भारत में वे सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं इसलिए। भारत के मुसलमां मुल्ला, मौलाना, मौलवी, ओवैसी, बुख़ारी, जाकिर बरकती ये सब पाकिस्तान के गुणगान करते हैं, खाते भारत की गाते पाक की। लहू में ही ग़द्दारी है और नसलें खराब है। आप तो पाक को अपना बाप मानते हो ना, फिर बोलो उस पाक से कि इन 20 लाख रोहिंग्या मुस्लिमों को अपने देश में शरण दो। क्यों नहीं बोलते ? आप दिन रात पीएम मोदी पर ही भोंकना जानते हो पर पाक के खिलाफ एक लफ्ज भी नहीं ? अरे बेशर्मों अपना घर अपना ही होता है अपना देश अपनी जान होता है। पाकिस्तान न तो रोहिंग्या को शरण देगा न ही भारत के मुस्लमानों को फिर चाहे दिन रात उसके तलवे चाटो। 70 साल से तो चाट ही रहे हो।

सऊदी अरब की टेंट सिटी मीना, जंहा 50 स्क्वायर किमी की जमीन पर 5 लाख एयर कंडीशनर टेंट खाली पड़े हैं जो 50 लाख लोगों को बसेरा दे सकते हैं ये टेंट फायर प्रूफ हैं, और बाथरूम और किचन से युक्त हैं, हज के बाद ये टेंट सिटी पूरे साल वीरान रहती है। फिर क्यों इन मुस्लिमों को उनमें शरण नहीं दी जा सकती ? कम से कम खुले आसमान के नीचे नहीं सोना पड़ेगा। किसी काफ़िर के सामने हाथ भी नही फैलाना पड़ेगा। शायद इनकी शक्ल सूरत अच्छी नहीं, इनके पास अपना कुछ नहीं, इनको इंसानों का मांस चाहिए, इनको विस्तार चाहिए और ऊपर से बम गोला बारूद ak47 भी चाहिए। यही वजह है के 56 इस्लामिक देशों में से एक देश का भी मुँह से नहीं फूटा कि भाइयो मेरे यहाँ आ जाओ।

भारत में जब से सम्राट अशोक ने शस्त्र त्याग दिए तब से भारत का विघटन शुरू हुआ और हिन्दुओं का कत्लेआम तब से आज तक हो रहा है। भारत ने मुस्लिमों को अफगानिस्तान, इंडोनेशिया, तालिबान, पाकिस्तान जैसे जमीन के भारी भरकम बहुत बड़े भू भाग दिए पर मुस्लिमों ने इन भू भागों पर आतँकवाद शैतान जेहाद की बड़ी फौज खड़ी की जिससे ये देश आज खुद ही परेशान है। आखिर मुस्लिमों का भला कब होगा ? ये भारत में ही क्यों आते है ? ख़ून खौलता है इन सवालों से ही। भारत ने 10 करोड़ लोगों को अपने यहाँ शरण दी पर सबने भारत को नोच नोचकर खाया। 1972 में बांग्लादेश और पाकिस्तान से 2 करोड़ से ज्यादा मुस्लिमों को भारत में शरण दी गई जब उनको वहाँ से मार भगाया। तब 56 मुस्लिम देशों की आँखें फूट गई थीं जब अब भारत को मानवता का पाठ पढ़ा रहे हैं। मानवता मानव के लिए होती है दानव के लिए नहीं। हम भारत के हिंदुओं मुस्लिमों को भी अपना पेट पालना है। हमारे बच्चों को भी घर, शिक्षा, रोजगार चाहिए फिर हम अपने संसाधनों पर किसी दूसरे को हक क्यों दे ?

ऐसे मुस्लिमों को मार भगाओ जो देशद्रोही भारत के तिरंगा को सलाम न कर सकें। राष्ट्रगान न गा सके। इनको शरण देदो भारत में पर भारत माता की जय और वंदेमातरम् नहीं बोलेंगे। ऊपर से भारत के खिलाफ ही जेहाद करेंगे। Ak 47 उठाएंगे। काहे के भारतीय हो फिर ? गोली मार देनी चाहिए ऐसे लोगों को। आज भारत की मीडिया, मानवाधिकार, राजनीतिक दल, 56 इस्लामिक देश, और न जाने कौन-कौन पीएम मोदी को नसीहत दे रहे हैं। जैसे सभी का ख़ून है इस मिट्टी में किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़े ही है। हाँ हिन्दुओं के बाप का हिंदुस्तान है। रोहिंग्या का कौन सा ख़ून है इस मुल्क़ की मिट्टी में कोई है जो जवाब देगा ? भारत के मुस्लिमों ने भी 1947 में पाकिस्तान के पक्ष में जनमत दिया था फिर भारत मुस्लिमों का भी नहीं।

वैसे भारत अब कम्युनल हो रहा है, असहिष्णु हो रहा है जब यहाँ रहकर देश का एक उपराष्ट्रपति तक डरता है फिर पहले से ही डरे हुए मुस्लिमों के इस देश में बेचारे रोहिंग्याओं को क्यों बसाया जाए…??

भारत के मुसलमान खुद को पाकिस्तान का मुसलमान महसूस कर के सोचे के क्या रोहिंग्या को शरण दें ? शायद आपका ज़मीर कहेगा कभी नहीं कभी नहीं। बस ऐसे ही पाक, बांग्लादेश सहित 56 देशों के मुस्लिम इनको शरण नहीं देना चाहते। हाँ अगर आपके ख़ून में ग़द्दारी है तब आप इन रोहिंग्यों को भारत लाने के लिए धरना प्रदर्शन, तोड़फोड़, आगजनी करोगे। वैसे ये सब भारत के हिन्दुओं ने कभी नहीं किया पाकिस्तान बांग्लादेश के हिंदुओं को शरण देने के लिए।

(ये लेखिका के निजी विचार हैं। इनसे ख़बरें 24 का कोई लेना-देना नहीं है।)