रणजी

भारतीय टीम से टर्बिनेटर हरभजन सिंह फ़िलहाल तो आईपीएल खेल रहें हैं और मुंबई की टीम का हिस्सा हैं। लेकिन वो रणजी ट्रॉफी भी खेलते हैं जिससे उनको औसत घरेलू क्रिकेटरों की स्थिति के बारे में जानने का मौका मिला, जिसके बाद उन्होंने मुख्य राष्ट्रीय कोच अनिल कुंबले से अनुरोध किया है, कि वे सीओए के सामने उनकी मैच फीस बढाने का मसला रखें।

हरभजन ने पत्र में लिखा, “पिछले दो तीन साल से मैं रणजी ट्राफी खेल रहा हूं। मैने प्रथम श्रेणी साथी क्रिकेटरों को वित्तीय स्थिति को लेकर संघर्ष करते देखा. रणजी ट्राफी की मेजबानी, दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड करता है। मैं एक खिलाड़ी के तौर पर आपसे अपील करता हूं, चूंकि आप सभी रणजी खिलाडि़यों के लिये प्रेरणास्रोत और रोलमाडल हैं।”

भारत के शीर्ष क्रिकेटर और आईपीएल अनुबंध पाने वाले कुछ प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों के अलावा औसत घरेलू क्रिकेटरों को एक प्रथम श्रेणी मैच ‘रणजी’ या ‘दलीप ट्राफी’ खेलने पर डेढ लाख रूपये मिलते हैं। वहीं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को एक टेस्ट मैच खेलने के 15 लाख रूपये दिये जाते हैं।

कुंबले 21 मई को प्रशासकों की समिति के सामने प्रेजेंटेशन देंगे, जिसमें अनुबंधित भारतीय क्रिकेटरों के लिये संशोधित भुगतान ढांचे का खाका पेश करेंगे। ये ग्रेड दो करोड़, एक करोड़ और 50 लाख रूपये हैं।