देहरादून, 18 सितम्बर 2021

महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री ने विधानसभा स्थित सभा कक्ष में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के साथ बैठक की। बैठक में मंत्री ने उनकी समस्याओं को सुनने के बाद कहा कि सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मिनी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं का मानदेय बढ़ाने जा रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बेटियों को नंदा देवी गौरा योजना से लाभान्वित करने के लिए भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। जबकि उन्हें महालक्ष्मी किट भी दिए जाएंगे। इस संबंध में शासनादेश हो चुका है।

उत्तराखंड सरकार 35 हजार से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने जा रही है। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य के मुताबिक इसके लिए विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार कर इसे मंजूरी के लिए वित्त विभाग को भेजा गया है। वित्त की मंजूरी के बाद प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाएगा। इससे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में एक से दो हजार रुपये का इजाफा होगा। इसके अलावा एक महीने के भीतर सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पहचान पत्र जारी किए जाएंगे। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने के लिए जो प्रस्ताव भेजा गया है, उसमें कहा गया है कि डेढ़ से दो हजार रुपये मानदेय बढ़ाया जाए या फिर समान रूप से आंगनबाड़ी एवं मिनी कार्यकर्ता व सहायिकाओं सभी के मानदेय में एक हजार रुपये की समान रूप से बढ़ोत्तरी की जाए।

मंत्री ने विभागीय सचिव को यह भी निर्देश दिए कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से जिलों में जो भी काम लिया जाता है उस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारियों के माध्यम से आदेश जारी किए जाएं। उनसे अन्य विभागों का जो काम लिया जाता है उस संबंध में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को लिखित आदेश होने चाहिए। उनके सुपरवाइजर के पद पर पदोन्नति के मसले पर मंत्री ने कहा कि इस संबंध में कुछ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कोर्ट गए हैं। यदि वे कोर्ट से अपना मामला वापस लेते हैं तो विभाग की ओर से पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बैठक में मंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि शीतकालीन-ग्रीष्मकालीन अवकाश के मसले पर अन्य राज्यों का अध्ययन कर लिया जाए।

इतना बढ़ सकता है मानदेय 

प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 7500 रुपये, मिनी कार्यकर्ताओं को 4750 रुपये एवं सहायिकाओं को 3750 रुपये मानदेय दिया जा रहा है। सरकार आंगनबाड़ी एवं मिनी कार्यकर्ताओं के मानदेय में दो हजार एवं सहायिकाओं के मानदेय में 1500 रुपये की बढ़ोत्तरी कर सकती है।