फिलीपींस

भारत ने फिलीपींस को आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से लड़ाई के लिए 5 लाख डॉलर यानी तकरीबन 3.2 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी है। ऐसा पहली बार है, जब भारत ने किसी देश को आतंकी समूहों से सुरक्षा के लिए आर्थिक सहायता मुहैया कराई है। देश के दक्षिणी इलाके के मारावी शहर में लगभग 2 महीने से ज्यादा समय से आईएस ने कब्जा कर रखा है और सुरक्षाबल इसे मुक्त कराने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

भारत की तरफ से यह सहायता विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और फिलीपींस के विदेश मंत्री अलन पीटर काएटानो के बीच 6 जुलाई को हुई बातचीत के बाद दी गई है। मनीला में भारतीय दूतावास की तरफ से जारी बयान में कहा गया, ‘मारावी सिटी में लोगों के मारे जाने पर सुषमा स्वराज ने शोक व्यक्त किया है।’

सूत्रों के अनुसार फिलीपींस की सेना और IS समर्थित आतंकी समूहों के बीच 26/11 जैसा संघर्ष चल रहा है, जो बीते 7 हफ्तों से जारी है। इस संघर्ष में अब तक 90 से ज्यादा जवान शहीद हो चुके हैं। लड़ाई में 380 आतंकवादी और दर्जनों आम नागरिक भी मारे जा चुके हैं। आतंकियों ने सैकड़ों लोगों को अभी भी बंधक बनाकर रखा है।

इस संकट से निपटने के लिए आर्थिक मदद करने वालों में भारत अब सबसे बड़ा देश है। फिलीपींस के नए बेस्ट फ्रेंड चीन ने इस संकट की स्थिति में 2 करोड़ रुपये से भी कम की आर्थिक मदद दी है। फिलीपींस के राष्ट्रपति रॉड्रिगो डुटर्ट ने मिंदानाओ प्रांत में बीते 60 दिनों से मार्शल लॉ लागू किया हुआ है। उन्होंने अगले 15 दिनों में इस इलाके से आतंकवादियों का सफाया करने का दावा किया है।