ईरान ने अदानी पोर्ट्स द्वारा ईरानी कंटेनर्स के आयात और निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के फैसले की आलोचना की है। ईरान ने इसे गैर-पेशेवर और असंतुलित कदम बताया है।

बता दें कि 11 अक्टूबर को अदानी पोर्ट्स ने घोषणा करते हुए कहा था कि 15 नवंबर से उनके टर्मिनल ईरान, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के कार्गो को नहीं संभाल सकेंगे। यह नियम अदानी पोर्ट्स द्वारा संचालित सभी पोर्ट्स के लिए होंगे। अदानी ग्रुप के इस कदम को उठाने के पीछे कोई वजह नहीं बताई थी। हालांकि करीब तीन हफ्ते पहले भारतीय अधिकारियों ने अदानी ग्रुप द्वारा संचालित मुंद्रा पोर्ट पर 2.65 बिलियन रुपये की तीन टन हेरोइन जब्त की थी।

नई दिल्ली स्थित ईरानी दूतावास ने अपने ट्विटर पेज से मामले को लेकर कई ट्वीट किए हैं। इसमें कहा गया है कि अफगानिस्तान में अस्थिरता के कारण ईरान कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। इसमें नशीले पदार्थों के उत्पादन में बढ़ोतरी देखी है।

ईरान ने कहा है कि यूनाइटेड नेशंस ने नशीले पदार्थों पर नियंत्रण करने के लिए हमारी तारीफ की है लेकिन ट्रेड से इनकार कर और एक गैर-पेशेवर और असंतुलित कदम उठाकर खेपों पर प्रतिबंध लगाकर गलत तरीके से निशाना बनाया जा रहा। ब्यान में कहीं अदानी पोर्ट्स का नाम नहीं था लेकिन तेहरान ने कड़े शब्दों में अपनी प्रतिक्रिया दे दी है।