सट्टेबाजी

इंडियन प्रीमियर लीग(आईपीएल) के सीजन-10 में फिक्सिंग को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में महाराष्ट्र के अंडर-19 खिलाड़ी नयन शाह गिरफ्त में आया है। नयन ने कबूल किया है कि उसके सट्टेबाजों से रिश्ते रहे हैं और वह मैचों के नतीजे को प्रभावित करने के लिए पिचों से छेड़छाड़ करवाता था।

नयन के मुताबिक, कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम के स्टाफ रमेश कुमार के साथ उसकी मिली-भगत थी। शाह ने पुलिस को बताया कि सभी आईपीएल मैचों के लिए उसने बड़े सट्टेबाजों से कॉन्ट्रैक्ट लिया था। उसने बताया, पिच की जानकारी देने के लिए उसने सट्टेबाजों से डेढ़ लाख रुपये लिए थे।.

स्टाफ रमेश कुमार नयन के आदेश के मुताबिक पिच पर पानी डालता था। इसके लिए उसे 20 हजार रुपये मिलते थे। बतादें कि कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में कल आइपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स तथा मेजबान गुजरात लायंस के मैच के दौरान लैंडमार्क होटल से सटोरियों को पकड़ा गया। इसी लैंडमार्क होटल में टीमें रुकी हैं।

बीसीसीआइ विजीलेंस को होटल में सट्टा चलने की सूचना मिली। क्राइम ब्रांच और थाना पुलिस के साथ देर रात छापा मारा गया। होटल के 17वीं मंजिल पर कमरा नंबर 1733 से दो लोग दबोच लिए गए। इनमें मुंबई के ठाणे निवासी रमेश शाह से तीन मोबाइल, 40 लाख रुपये नकद और डायरी मिली है। यह गुजरात का रहने वाला है।

वहीं, इसके साथ पकड़े गए कानपुर देहात के पुखरायां निवासी विकास चौहान से 40 हजार रुपये और दो मोबाइल मिले हैं। तीसरा पकड़ा गया आरोपी चुन्नीगंज निवासी रमेश है। मूलत: बिहार का रमेश ग्रीनपार्क स्टेडियम के मैदान में मजदूरी का काम करता है। बुकी रमेश शाह को वह पिच की जानकारी देता था। पुलिस के मुताबिक, शाह का देश के हर स्टेडियम में नेटवर्क बताया जा रहा है, जहां से उसे पिच का मिजाज बताया जाता है।