ISI Pagal

नई दिल्ली: पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने घुसपैठ के लिए छोटे-छोटे बच्चों को स्पेशल ट्रेनिंग दे रहा है। इन बच्चों के जरिए वो भारत में रेकी की तैयारी कर रहा है। रिपोट्स के मुताबिक़ खुफिया एजेंसियों ने इस साल करीब 25 छोटे लड़कों को पकड़ा है, जो सीमा पार करके पाकिस्तान से हिंदुस्तान चले आए थे।

जानिये क्या है ‘पागल प्लान’

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का ‘पागल प्लान’ बहुत ही खतरनाक है। पागल प्लान के तहत ISI नाबालिग घुसपैठियों की ऐसी फौज तैयार कर रहा है जो भारत में ISI के लिए रेकी करेगी।
इस नाबालिग फौज में 10-15 साल के बच्चों को शामिल किया जा रहा है और इन्हें मानसिक रूप से बीमार दिखने और पागलों जैसी हरकत करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। पकड़े जाने पर ये गूंगे और पागलों जैसी हरकत भी कर सकते हैं।

भारत ने पहले तो इनमें से कई बच्चों को पाकिस्तान को वापस भी कर दिया लेकिन बाद में पकड़े गए कुछ लड़कों से पूछताछ में ये सनसनीखेज़ खुलासा हुआ कि उन्हें ISI,पाक आर्मी और आतंकियों के हैंडलर्स ने विशेष ट्रेनिंग दी है। जम्मू कश्मीर ,पंजाब, और गुजरात बॉर्डर में घुसपैठ कराने के लिए बाकायदा मैप और जगहों की जानकारी दी गई है।

यही नहीं, इन लड़कों को जिस एरिया में घुसपैठ करके जाना है उस इलाके की भाषा भी सिखाई गई थी जिससे अंदर घुसने के बाद कोई इन्हें पहचान न सके। भारतीय सीमा में रहकर ये बच्चे आतंकियों की घुसपैठ के लिए गाइड की भूमिका निभा रहे हैं।

ये लड़के हिंदुस्तान में आने के बाद भारतीय सुरक्षा बलों की मूवमेंट, बीओपी की लोकेशन, किस लोकेशन से सीमा की रखवाली करने वाले क्रॉस करते हैं, बीट पर आने-जाने की टाइमिंग. ऐसी तमाम ख़ुफ़िया जानकारी वापस जाकर पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के हैंडलर्स और ISI को देते हैं।

हैरानी की बात ये है कि खुफिया एजेंसियों के पास इस बात की कोई पुख्ता जानकारी नहीं है कि अब तक ऐसे कितने लड़के भारत आकर पाकिस्तान वापस चले गए। हालांकि इस खुफिया इनपुट के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। सरहद के आसपास ऐसे बच्चों की पहचान की जा रही है।