झारखंड

रक्षामंत्री अरुण जेटली शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के दौरे पर गए और सेना के जवानों से मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई की। रक्षामंत्री अरुण जेटली उत्तरी कश्मीर के रामपुर सेक्टर स्थित सीमाई चौकियों पर दौरे के दौरान उन्होंने भारतीय जवानों की जम कर तारीफ करते हुए कहा कि दुश्मन के दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने की जवानों में जबर्दस्त इच्छाशक्ति है।

रक्षामंत्री अरुण जेटली बारामूला डिविजन के जीओसी मेजर जनरल आरपी कलीता के साथ सैन्य चौकी के दौरे पर पहुंचे। रक्षामंत्री अरुण जेटली ने यहां जवानों से बातचीत की और उनके धैर्य, दृढ़ संकल्प और राष्ट्र के लिए निस्वार्थ सेवा की तारीफ की। रक्षामंत्री अरुण जेटली ने जवानों के जज्बें पर खुशी जताते हुए कहा, जिस मुश्किल हालात में वे काम कर रहे हैं पूरा देश उससे वाकिफ है और उनके साथ खड़ा है।

किसी भी नापाक मंसूबे को विफल करने के लिए हमेशा सतर्कता बनाए रखने की जरूरत को भी रक्षामंत्री अरुण जेटली ने दोहराया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दुश्मन के किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने की जवानों की आक्रामक इच्छाशक्ति बेहद ही संतोषजनक है।

कुलभूषण जाधव के मामले और सीमा पार से बदस्तूर जारी संघर्ष विराम उल्लंघन को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच इन दिनों तनाव गहरा रखा है। इसके साथ ही भारत में गड़बड़ी फैलाने के मकसद से आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशों में भी इजाफा देखने को मिला है। हालांकि हमारे चौकन्ना जवानों ने ऐसी कई कोशिशों को नाकाम किया है।

आप को बता दें कि कुछ हफ्तों पहले पाकिस्तान की सेना ने पुंछ जिले में दो भारतीय जवानों के सिर धड़ से अलग कर दिए थे। जिसे भारत ने ‘बर्बरता’ बताया था। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने जवानों की हत्या का बदला लेने के संकेत दिए, जबकि रक्षामंत्री अरुण जेटली ने कहा कि दोनों जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। सैन्य बल इसका “उचित’ जवाब देंगे। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा हालात की समीक्षा के लिए बुधवार को हुई बैठक में उन्होंने सेना से कहा कि वह सीमापार से होने वाले किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार रहे।