30 अक्टूबर को शुक्र वृश्चिक से निकलकर धनु राशि में जाएगा और 8 दिसंबर तक इस राशि में रहेगा। इस राशि में ये ग्रह अकेला रहेगा और इस पर किसी और ग्रह की दृष्टि भी नहीं होगी। शुक्र की ये स्थिति कई लोगों के लिए शुभ रहेगी। वहीं इसके कारण कुछ लोग परेशान भी हो सकते हैं। शुक्र की उच्च राशि मीन है, वहीं धनु राशि में शुक्र का होना सामान्य माना जाता है। हालांकि, शनि, और केतु के साथ शुक्र की मित्रता होती है। वहीं ये बृहस्पति के साथ सामान्य फल देने वाला ग्रह है। ऐसे में शुक्र का राशि परिवर्तन सभी राशियों के लिए खास रहेगा।

शुक्र के राशि परिवर्तन से क्या होगा
धनु राशि में शुक्र होने से धर्म, अर्थ और काम ये तीन पुरूषार्थ सफल होते हैं। शुक्र के प्रभाव से बड़े समाजिक कार्य पूरे हो सकते हैं। धनु राशि में शुक्र के आने से प्रशासनिक और राजनैतिक मामलों में बड़े बदलाव हो सकते हैं। इन क्षैत्रों से जुड़े लोगों के लिए समय अच्छा कहा जाता है। शुक्र के राशि परिवर्तन से कई लोगों की सेहत में भी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। जॉब और बिजनेस में तरक्की के योग बनेंगे। विपरित लिंग के लोगों के कारण कामकाज में बदलाव होने की भी संभावना है। सुख-सुविधाएं, यात्राएं और शारीरिक सुख संबंधी मामलों में महत्वपूर्ण बदलाव होने की संभावना है।

ज्योतिष में शुक्र
शुक्र या वीनस को ज्योतिष में स्त्री ग्रह भी माना जाता है। ये वृष और तुला राशि का स्वामी है। शुक्र लाभ के साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि का भी कारक होता है। व्यक्ति की कलात्मकता का भी विकास होता है। किसी की कुंडली में ये ग्रह कमजोर या मजबूत हो, दोनों ही स्थिति में काफी मायने रखता है। ज्योतिष में शुक्र अच्छे कपड़े, विवाह, आमदनी, नारी, ब्राह्मण, पत्नी, यौन जीवन का सुख, फूल, वाहन, चांदी, आनंद, कला, वाद्ययंत्र और राजसी प्रवृत्ति का कारक ग्रह है। शुक्र के राशि परिवर्तन होने से इन मामलों संबंधी बदलाव देखने को मिलते हैं।

12 राशियों पर कुछ ऐसा रहेगा असर

शुभ: मिथुन, कर्क और मीन
सामान्य: मेष, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु और कुंभ
अशुभ: वृष और मकर