लखनऊ सुपर जाएंट्स (LSG) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के बीच सोमवार को हुए मैच के दौरान खूब हंगामा हुआ। RCB के विराट कोहली और LSG के नवीन उल हक के बीच मैच के दौरान बहस हुई। मैच के बाद में LSG के मेंटर गौतम गंभीर और विराट कोहली आपस में भिड़ गए।

ये पहली बार नहीं है जब मैदान में विराट कोहली किसी खिलाड़ी से भिड़े हैं। इसके पहले भी वह कई खिलाड़ियों से भिड़ चुके हैं। कुछ इसी तरह का गुस्सा गौतम गंभीर के साथ भी देखने को मिला है। वह भी कई बार मैच के दौरान खिलाड़ियों से भिड़ते हुए नजर आ चुके हैं।

ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जो अक्सर मैदान पर दूसरों से भिड़ जाते हैं। ऐसे में हमने मनोवैज्ञानिक डॉ. एलके सिंह से बात की। उनसे समझने की कोशिश की है कि आखिर मैच के दौरान खिलाड़ियों को गुस्सा  क्यों आता है? इसके पीछे कारण क्या है? इसे कैसे ठीक किया जा सकता है? क्या ये कोई बीमारी है? आइए जानते हैं…

क्यों बार-बार गुस्सा करते हैं विराट कोहली और गौतम गंभीर? 
डॉ. एलके सिंह कहते हैं, ‘गुस्सा सभी को कभी न कभी आता है। हालांकि, उसका स्वरूप जरूर अलग होता है। आम इंसान जब गुस्सा करते हैं तो उसका उसे जताने का तरीका अलग होता है, लेकिन विराट कोहली, गौतम गंभीर जैसे खिलाड़ियों के लिए बात अलग होती है। पूरी दुनिया इन्हें देखती है। बच्चे से लेकर बड़े तक इनके फैन होते हैं। ऐसे में इन्हें एंगर मैनेजमेंट करना जरूरी होता है।’

सिंह आगे कहते हैं, ‘ये खिलाड़ी मैदान पर फ्रस्टेशन निकालते हैं। ये फ्रस्टेशन कई चीजों का हो सकता है। इसके कारण अलग-अलग हो सकते हैं। ज्यादातर सेलिब्रिटी के इमनोशंस ब्लॉक होते हैं। ऐसे में जब उन्हें मौका मिलता है तो वह अपना पूरा फ्रस्टेशन वहीं निकालने की कोशिश करते हैं। संभव है कि विराट और गौतम गंभीर के साथ भी ऐसा ही हुआ हो।’

उन्होंने बताया कि खिलाड़ी कई बार व्यक्तिगत तो कई बार व्यवस्था और व्यवहार के चलते गुस्से में आ जाते हैं। ऐसे में गुस्से का असली कारण तो स्थितियों और परिस्थितियों का अध्ययन करने के बाद ही पता चल सकता है। लेकिन ये तय है कि हर खिलाड़ी और सेलिब्रिटी को एंगर मैनेजमेंट करना जरूरी है। अगर वह ऐसा नहीं कर पाते हैं तो इसका असर उनके परफॉरमेंस पर भी पड़ सकता है। कई खिलाड़ी डिप्रेशन का भी शिकार हो जाते हैं, जिसके चलते उनका पूरा करियर ही खत्म हो जाता है।

कैसे खिलाड़ियों का गुस्सा खत्म किया जा सकता है? 
डॉ. सिंह कहते हैं, ‘हमें सिलेक्शन के दौरान खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति का भी मूल्यांकन करना चाहिए। उन्हें चयन के दौरान और प्रैक्टिस के साथ-साथ एंगर मैनेजमेंट करना भी सीखाना चाहिए। इससे खिलाड़ियों के परफॉरमेंस में भी बेहतरी आ सकती है। खिलाड़ी जितना शांत दिमाग से खेलेगा वह उतना ही बेहतर प्रदर्शन कर पाएगा। उसके सोचने, समझने और विपरीत परिस्थितियों में भी फैसले लेने की शक्ति बढ़ जाती है। इसके साथ ही कई बेवजह होने वाले विवाद को भी टाला जा सकता है।’

पहले भी मैदान में भिड़ते रहे हैं विराट कोहली और गौतम गंभीर
ऐसा नहीं है कि विराट कोहली और गौतम गंभीर ने पहली बार मैदान पर भिड़े हैं। पहले भी दोनों के कई मामले सामने आ चुके हैं। 2014 में भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच के दौरान भी विराट कोहली का गुस्सा देखने को मिला था। ऑस्ट्रेलियाई पेसर मिचेल जॉनसन ने अपनी गेंदबाजी पर एक थ्रो से कोहली को हिट किया था। इससे कोहली खुश नहीं थे। इसके बाद कई बार दोनों कई बार आमने-सामने आए और शब्दों का आदान-प्रदान हुआ। इस मैच में कोहली ने 169 रन की शानदार पारी खेली थी। अंत में जॉनसन ने ही कोहली को पवेलियन भेजा था। कोहली ने एक बार एक फैन को देश छोड़कर जाने के लिए तक कह डाला था। कोहली का विवाद अनिल कुंबले, सुनील गावस्कर, सूर्य कुमार यादव, सौरव गांगुली तक से हो चुका है। 2013 में भी आईपीएल के दौरान गौतम गंभीर और विराट कोहली एक-दूसरे के साथ भिड़ गए थे।