तेजस्वी यादव

बिहार विधानसभा में विरोधी दल के नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के आने की खबर पर बुधवार की देर रात प्रशासन ने सबौर में धारा 144 लगाकर उनके प्रवेश पर रोक लगा दी है। देर रात तक प्रशासन ने तेजस्वी के ठहरने की कहीं भी व्यवस्था नहीं की।

विरोध में राजद कार्यकर्ता व सांसद उनके साथ रेलवे स्टेशन चौक पर धरने पर बैठ गए और सड़क को जाम कर दिया। बवाल बढ़ता देख भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।

राजद नेता और कार्यकर्ता सबौर उच्च विद्यालय स्थित सभा स्थल पर धारा-144 लगाने का विरोध कर रहे थे। उनका कहना है कि गुरुवार को 11 बजे सरकारी राजस्व के घोटाले को लेकर सबौर उच्च विद्यालय में उनकी सभा निर्धारित थी। मगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रात में पूरे सबौर ब्लॉक में धारा 144 लगवा दी।

दरअसल, मध्यरात्रि को भागलपुर पहुंचे तेजस्वी यादव और अन्य राजद नेताओं को जब इस बात का पता चला कि सबौर में धारा 144 लगा दिया गया है और पहले से निर्धारित कार्यक्रम रद्द करना पड़ेगा, तो मुख्यमंत्री नीतीश के खिलाफ तेजस्वी यादव भड़क पड़े। विरोध में पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपने समर्थकों के साथ भागलपुर रेलवे स्टेशन के बाहर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ धरने पर बैठ गए।

राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि ,’नीतीश कुमार 28 साल के युवा से घबराकर धारा-144 लागू करवा दिया” नीतीश ने इमरजेंसी की याद दिला दी।’

तेजस्वी यादव ने कहा कि पहले कार्यक्रम की अनुमति दी गई, मगर फिर अचानक से जिला प्रशासन की तरफ से कार्यक्रम की अनुमति को रद्द कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया है कि नीतीश के निर्देश पर सबौर में धारा-144 लगवाया गया है, नीतीश कुमार और बीजेपी के लोग नहीं चाहते हैं कि राजद के लोग यहां आएं।

जनता से माफी मांगनी पड़ेगी-
आक्रोशित तेजस्वी यादव ने कहा कि सृजन से जुड़े लोगों का विसर्जन करने हम आए हैं। जिस तरह से उनकी सभा की अनुमति को रद्द कर उनका अपमान किया गया है, यह उनके साथ नाइंसाफी हुई है और लोकतंत्र, संविधान और जनादेश की हत्या के लिए नीतीश कुमार को जनता से माफी मांगनी पड़ेगी।

भागलपुर में 2000 करोड़ रुपये से अधिक के सृजन घोटाले में जद(यू) और भाजपा के कई लोग शामिल हैं। पूर्व सांसद, वर्तमान जद(यू) जिलाध्यक्ष और कई बीजेपी नेता और तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी भी इसमें संलिप्त हैं। हम माननीय उच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग करते हैं। अपने करीबी अधिकारियों से जांच करा कर नीतीश कुमार मामले को रफा-दफा करना चाहते हैं। हालांकि रात के डेढ़ बजे धरने पर बैठे तेजस्वी यादव और उनके अन्य कार्यकर्ताओं को एसएसपी मनोज कुमार ने समझाया और उन्हें होटल ले गए।