वैज्ञानिकों द्वारा एक ऐसा सेंसर तैयार किया गया है, जो पसीने की जांच कर बीमारी बता देता है। कलाई पर बांधे जाने लायक यह सेंसर पसीने से डायबिटीज और सिस्टिक फाइब्रोसिस का पता लगाने में सक्षम है।

अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इसे तैयार किया है। सेंसर खुद पसीने को एकत्र करता है और उसमें क्लोराइड आयन और ग्लूकोज का स्तर जांचता है। क्लोराइड आयन का बढ़ा स्तर आनुवांशिक बीमारी सिस्टिक फाइब्रोसिस का संकेत होता है। इसमें फेफड़े, पैंक्रियाज और अन्य अंगों में मवाद बनने लगता है। दूरदराज के ऐसे इलाके जहां इन बीमारियों की जांच की उचित व्यवस्था नहीं है, वहां इसकी मदद से बीमारियों की जांच आसानी से की जा सकती है। प्रोफेसर रोनाल्ड डेविस ने बताया कि इस सेंसर का इस्तेमाल पसीने के दूसरे घटकों को पहचानने और अन्य बीमारियों की जांच में भी हो सकता है।