भारत में पॉर्न को लेकर एक नए अध्ययन में चौंका देने वाला खुलासा हुआ है. अध्ययन में बताया गया है कि 31% भारतीयों ने ये माना है कि उन्होंने सार्वजनिक या फ्री वाई-फाई में अश्लील कंटेंट सर्च किया है। इसके साथ ही 74% ने ये भी माना है कि ऐसे ओपन नेटवर्क को उपयोग करते वक्त उन्हें अपनी निजी जानकारियां सुरक्षित महसूस होती हैं।

ईटी टेलीकॉम में प्रकाशित खबर के अनुसार नॉर्टन वाई-फाई रिस्क रिपोर्ट में मंगलवार को ये बताया गया कि, 31% भारतीय इस बात को स्वीकारते हैं कि उन्होंने न्यूड, अश्लील या इसी तरह की संबंधित कंटेंट पब्लिक वाई-फाई में देखा है। इसमें से 44% लोगों ने अपने काम के दौरान और 49% ने किसी होटल, हॉस्टल या एयरबीएनबी में देखा है।

2016 में एक रिपोर्ट आई थी जिसमें बताया गया था कि सबसे ज्यादा पॉर्न साइट सर्च किए गए हैं जिसमें RailTel-गूगल वाई-फाई सर्विस का उपयोग किया गया है। इसके बाद पटना रेल्वे स्टेशन ने पार्न साइट्स को ब्लॉक कर दिया था।

48% यूजर्स ने वाई-फाई नेटवर्क को मालिक के बिना अनुमति के उपयोग किया, जबकि 18% लोगों ने पासवर्ड का अंदाजा लगाया या हैक कर लिया। ऐसे में एक खोज के दौरान ये भी बताया गया है कि 57% यूजर्स ऑनलाइन होते वक्त असुरक्षित होते हैं।

एक स्टडी के अनुसार भारतीय कस्टमर फ्री वाई-फाई के लिए अपनी सिक्योरिटी तक त्याग देते हैं. लेकिन ये त्याग उन्हें असुरक्षित बना देता है।