आरजेडी सुप्रीमो और बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव ने बीजेपी को पराजित करने के लिए मायावती और मुलायम सिंह यादव को एक साथ मिल जाने की नसीहत दी हैं। यूपी चुनाव के नतीजे से सबक लेकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर धर्मनिरपेक्ष दलों का मोर्चा बनाने की कवायद में जुट गए हैं। मोर्चा बनाने के लिए सभी प्रमुख दलों के शीर्ष नेताओं से लालू यादव खुद ही बात करेंगे और एक मंच पर आने की उनसे अपील भी करेंगे।

लालू ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी को हराने के लिए मायावती और मुलायम सिंह यादव समेत सभी धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को एकसाथ आना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो बीजेपी की रणनीति को धराशायी किया आ सकता। लालू ने दावा किया है कि केंद्र सरकार आरक्षण के फायदों को खत्म करना चाहती है।

लालू ने यूपी की हार को भुलाकर भाजपा विरोधी सभी दलों से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश एवं गुजरात के साथ लोकसभा चुनाव भी 2018 में ही कराने की तैयारी चल रही है। इसलिए अब चुप नहीं बैठना है। यूपी में जो हो गया सो हो गया। यदि हम अलग-अलग ही रहे तो देश के टुकड़े-टुकड़े हो जाएंगे।

लाल यादव ने यूपी में भाजपा की जीत की वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि वहां सामाजिक न्याय के वोट बंट गए हैं। सपा-बसपा में अलगाव का फायदा भाजपा को मिला है। बिहार की तरह यदि वहां महागठबंधन हो गया होता या पंजाब की तरह धर्मनिरपेक्ष वोटों का बंटवारा नहीं होता, तो भाजपा को यूपी में भी मुंह की खानी पड़ती।

इसके बाद लालू ने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी पर निशाना साधते हुए लिखा कि योगी ने मुख्यमंत्री आवास का शुद्धिकरण इसलिए कराया क्योंकि पिछले दिनों वहां दलित-पिछड़ा और बहुजन वर्गों के मुख्यमंत्री रहे थे।