modi and shinzo abe in dandi kutir

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब से थोड़ी देर में जापान के पीएम शिंजो आबे के साथ अहमदाबाद में देश के पहली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की नींव रखेंगे। यह प्रोजेक्ट करीब 1 लाख करोड़ रुपए का है, बुलेट ट्रेन का यह प्रोजेक्ट अहमदाबाद से मुंबई तक का है। सरकार की ओर से कहा गया है कि इस प्रोजेक्ट को निर्धारित समय से एक साल पहले यानी 2022 में पूरा करने की बात कही है।

UPDATES-

– पीएम मोदी और शिंजो आबे दांडी कुटीर संग्रहालय का दौरा कर रहे हैं, पीएम मोदी खुद आबे को कुटीर के बारे में बता रहे हैं। दोनों नेताओं का स्वागत ‘सूती धागे की माला’ पहनाकर किया गया।

– बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की नींव रखने के बाद पीएम मोदी और शिंजो आबे दांजी कुटीर पहुंचे। दांडी कुटीर महात्मा मंदिर का ही हिस्सा है।

– पीएम मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे ने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की नींव रखी।

– मंच पर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की डेमो फिल्म दिखाई गई।

– महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पीएम मोदी ने जिस नए भारत की संकल्पना रखी है, ये प्रोजेक्ट उसी की शुरुआत है।

– रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पहले महात्मा गांधी को ट्रेन से निकाला गया था, आज हम गांधी की धरती पर ही बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट के लिए जापान की ओर से 0 फीसदी के ब्याज से पैसों की मदद की है।

– पीएम मोदी, शिंजो आबे के साथ गुजरात के सीएम विजय रुपानी, रेल मंत्री पीयूष गोयल, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस भी कार्यक्रम में मौजूद हैं।

– दोनों नेताओं को प्रोजेक्ट के बारे में समझाया जा रहा है।

– एथलेटिक्स स्टेडियम पहुंचे मोदी-आबे, बस कुछ ही देर में रखेंगे बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की नींव।

2015 में हुई थी डील-
दोनों देशों के बीच बुलेट ट्रेन को लेकर 2015 में मेमोरेंडम साइन किया गया था। इसके अंतर्गत जापान में टोक्यो से कोब से बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन की तर्ज पर मुंबई से अहमदाबाद के बीच ट्रेन चलाने का प्रस्ताव मंजूर किया गया था। पीएम मोदी ने नवंबर 2016 में अपने जापान दौरे के दौरान इस बुलेट ट्रेन में सफर किया था। उसी ट्रेन की टेक्नोलॉजी को भारत में इस्तेमाल किया जाएगा।

जापानी पीएम शिंजो अाबे ने भाषण में क्या कहा-
जापानी पीएम शिंजो आबे ने नमस्कार से अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि ‘भारत का ताकतवर होना जापान के हित में है। भारत में नए अध्याय की शुरुआत हुई है।शिंजो आबे ने अपने भाषण में आगे कहा कि पीएम मोदी एक दूरदर्शी नेता हैं, मैंने खुद इस प्रोजेक्ट में रुचि ली है। जापान से 100 से अधिक इंजीनियर भारत में आए हुए हैं, मैं मोदी की नीतियों का पूरा समर्थन करता हूं। जापान में बुलेट ट्रेन से कोई हादसा नहीं होता है, एक दिन पूरे भारत में बुलेट ट्रेन दौड़ेगी। जापान की बुलेट ट्रेन पूरी दुनिया में सबसे सुरक्षित बुलेट ट्रेन सेवा है। भारत और जापान की दोस्ती सिर्फ द्विपक्षीय नहीं है, यह विश्व व्यवस्था की है। जापान पूरी तरह से मेक इन इंडिया का समर्थन करता है। आबे ने कहा है कि मैं और पीएम मोदी ‘जय इंडिया, जय जापान’ का सपना साकार करेंगे। उन्होंने कहा कि अगली बार जब भारत आऊंगा, तो बुलेट ट्रेन में बैठूंगा।’

पीएम नरेंद्र मोदी ने भाषण में क्या कहा-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजराती भाषा में अपने भाषण की शुरुआत की। मोदी ने भाषण में कहा कि ‘मेरे करीबी मित्र शिंजो आबे को काफी बहुत धन्यवाद। सपनों का विस्तार ही किसी भी देश को आगे बढ़ाता है, ये न्यू इंडिया है। बुलेट ट्रेन से रफ्तार और रोजगार दोनों आएगा, भारत-जापान की दोस्ती सीमाओं से परे है। तेज गति और प्रगति से तेज परिणाम आएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए शिंजो आबे ने निजी रूप से रुचि दिखाई, इसलिए तेजी से काम हो रहा है। जापान ने दिखा दिया है कि वो भारत का सबसे मजबूत दोस्त है।’

पीएम मोदी ने आगे कहा कि,‘बंधे हुए सपनों के साथ आगे बढ़ना मुश्किल है, रेलवे के बाद ही अमेरिका का भी विस्तार हुआ है। बुलेट ट्रेन ने ही जापान को बदला है। प्रयास के तरीकों में बदलाव जरुरी है। वक्त धीरे-धीरे बढ़ने का नहीं है। जापान ने बुलेट ट्रेनों के लिए 88 हजार करोड़ रुपए का लोन दिया, जिस पर 0.1 प्रतिशत ब्याज लिया जा रहा है। जब मैं गुजरात का सीएम था, तो लोग कहते थे कि मोदी बुलेट ट्रेन कब लाएंगे, अब बुलेट ट्रेन आ गई है तो लोग कह रहे हैं कि बुलेट ट्रेन क्यों ला रहे हो। जापान ने भारत को नई सौगात दी है। इस हाई स्पीड रेलवे सिस्टम से न सिर्फ दो जगहों के बीच दूरी कम होगी बल्कि 500 किलोमीटर दूर बसे दो शहरों के लोग भी और पास आ जाएंगे।’

पीएम मोदी ने आगे कहा कि,‘भले ही टेक्नोलॉजी जापान से मिल रही है, मगर बुलेट ट्रेन के संसाधन भारत में ही बनेंगे। देश की कंपनियों को नया रोजगार मिलेगा और मेक इन इंडिया को बल मिलेगा। 70 से अधिक छोटे शहरों की हवाई यात्रा शुरू की है। आजादी के 70 साल बाद इस प्रोजेक्ट का भूमि पूजन हुआ है, जब 2022 में आजादी के 75 साल पूरे होंगे तब मैं और शिंजो आबे बुलेट ट्रेन में एक साथ बैठेंगे।’