कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसान आंदोलन के दौरान मरने वाले लोगों की जानकारी न होने के सरकार के बयान पर हमला बोला है। संसद में सरकार की ओर से दिए गए जवाब को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि यदि सरकार चाहे तो हमसे लिस्ट ले सकती है। हमारे पास सूची है कि किन किसानों की मौत हुई है। सरकार हमसे सूची ले और उन्हें मदद मुहैया कराए। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार का कहना है कि हमारे कोई रिकॉर्ड मौजूद नहीं है। हमारे पास 503 किसानों का आंकड़ा है। सरकार चाहे तो हमसे लिस्ट ले सकती है। पंजाब सरकार ने 403 किसानों के परिवानों को मुआवाजा दिया है। इसके अलावा 152 किसानों के परिजनों को पंजाब सरकार ने नौकरी दे दी है।

राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने यदि माफी मांगी है तो फिर किससे माफी मांगी है। एक तरफ वह कहते हैं कि हम माफी मांगते हैं और दूसरी तरफ कहते हैं कि हमें नहीं पता है कि किसकी मौत हुई है। राहुल गांधी ने आंदोलन के दौरान मरे कुछ किसानों के नाम भी पढ़े और कहा कि सरकार हमसे पूरी लिस्ट ले ले। उन्होंने कहा कि यह सरकार पूरी तरह से असंवेदनशील है। इनके पास तो कोरोना की मौत के आंकड़े भी नहीं थे।

राहुल गांधी ने कहा कि एक साल लंबे चले आंदोलन में मरने वाले किसानों के परिजनों को सरकार की ओर से मदद मिलनी चाहिए। गलत कानूनों को लागू करने की वजह से ही इन 700 किसानों की मौत हुई है। खुद पीएम ने जब माफी मांग ली है तो फिर यह एक तरह से गलती मांगने जैसा है और उस गलती के लिए सरकार को मुआवजा देना चाहिए।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब पूंजीपति दोस्तों की बात होती है तो फिर सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं होती। लेकिन जब गरीब या किसान की मदद करने की बात आती है तो फिर पैसों की कमी की बात की जाती है।