क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और बिजनेसमैन गाैतम अडानी का साथ पसंद आया है? इस बात को लेकर राहुल गांधी ने आज जवाब दिया। राहुल गांधी ने स्पष्ट किया है कि वह किसी कॉरपोरेट के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि उनका विरोध मोनोपॉली को लेकर है। राहुल गांधी ने कहा कि अडानी ने राजस्थान में 60 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश का ऐलान किया है। कोई भी मुख्यमंत्री इस तरह के ऑफर को मना नहीं कर सकता। बल्कि इस तरह के ऑफर को नकारना किसी मुख्यमंत्री के लिए ठीक भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार ने इस निवेश के लिए राजनीति का इस्तेमाल नहीं किया है। अगर वह ऐसा करेंगे तो मैं यहां भी अडानी का विरोध करूंगा।

कहा-इस सवाल का दूंगा जवाब
शनिवार को भारत जोड़ो यात्रा की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राहुल गांधी से अडानी के राजस्थान में निवेश को लेकर सवाल पूछे गए थे। वहां मौजूद जयराम रमेश ने जब पत्रकारों से केवल भारत जोड़ो यात्रा से जुड़े सवाल पूछने को कहा तो राहुल ने जयराम रमेश को रोक दिया। राहुल गांधी ने कहा कि यह एक जरूरी सवाल है और वह इसका जवाब जरूर देंगे। साथ ही यह भी कहा कि मैं इसका जवाब अंग्रेजी में ही दूंगा। राहुल ने कहा कि मेरा विरोध राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल करके चुनिंदा बिजनेसमैन को आगे बढ़ाने पर है। मैं इस बात के खिलाफ हूं कि 2, 3 या 4 बड़े बिजनेसमैन को राजनीतिक मदद मिल रही है, जिससे उनकी मोनोपॉली बन रही है।

अशोक गहलोत ने की थी तारीफ
राहुल गांधी ने कहा कि राजस्थान में निवेश के लिए यहां की सरकार ने राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल नहीं किया है। राहुल गांधी का यह भी कहना था कि अगर नियमों के मुताबिक बिजनेस दिया गया है, तो कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि जिस दिन नियमों के खिलाफ जाकर ऐसा किया जाएगा मैं राजस्थान में भी अडानी के निवेश का विरोध करूंगा। बता दें कि शुक्रवार को राजस्थान इंवेस्टमेंट समिट के मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल खोलकर गौतम अडानी की तारीफ की थी और उन्हें अडाणी भाई कहकर संबोधित किया था। साथ ही उन्होंने अडानी को दुनिया का दूसरा सबसे अमीर शख्स बनने पर भी बधाई दी थी। इसके बाद भाजपा ने कहा था कि अशोक गहलोत ने इस तरह से अडानी की तारीफ करके राहुल गांधी को तगड़ा तमाचा मारा है।
ट्वीट में फिर किया हमला
वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी अभी भी देश में बड़े बिजनेसमैन की मोनोपॉली को लेकर हमलावर हैं। शुक्रवार को उन्होंने एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा कि कल मैं एक महिला से मिला, जिसके किसान पति ने 50 हजार रुपए के कर्ज के चलते आत्महत्या कर ली। उन्होंने आगे लिखा है कि यह एक भारत है, जहां पूंजीवादी दोस्तों को 6 फीसदी की दर से कर्ज दिया जा रहा है। करोड़ों के लोन माफ कर दिए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ एक दूसरा भारत है, जहां अन्नदाता को 24 फीसदी की दर से कर्ज दिया जा रहा है, जिसके बोझ में दबकर वह अपनी जान दे रहे हैं। एक ही देश में दो भारत स्वीकार नहीं किया जाएगा।