hafiz saeed

लाहौरः पाकिस्तान की पंजाब प्रांत की सरकार ने प्रतिबंधित जमात उद दावा और फलाह – ए – इंसानियत फाउंडेशन की कम से कम 200 संपत्तियों को चलाने के लिए संघीय वित्त मंत्रालय से एक अरब रूपए का अनुदान मांगा है। ये दोनों संगठन मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद के हैं और इन्हें हाल ही में जब्त किया गया था। प्रांत के अधिकारी ने आज बताया कि संघीय सरकार ने फरवरी में सईद के प्रतिबंधित संगठनों जमात उद दावा और उसके धर्मार्थ संगठन फलाह -ए-इंसानियत फाउंडेशन की संपत्तियों को जब्त करना शुरू किया था।

प्रांतीय अधिकारी ने बताया कि पंजाब सरकार ने संघीय वित्त मंत्रालय को पत्र लिख कर कहा है कि उसने जेयूडी और एफआईएफ की कम से कम 200 संपत्तियों को अपने कब्जे में लिया है जिसमें कार्याल ,स्कूल , डिस्पेंसरीज और एंबुलेंस सेवा शामिल हैं। उसने कहा कि वह इन्हें चलाने में सक्षम नहीं है और इसे चलाने के लिए कम से कम एक अरब रूपए शीघ्र जारी करने की मांग की।

अधिकारी ने कहा कि चूंकि संघीय सरकार ने इस वर्ष के बजट में जेयूडी और एफ.आई.एफ. की संपत्तियों को चलाने के लिए कोई धन नहीं दिया है। इसलिए पंजाब सरकार ने संघीय वित्त मंत्रालय को पत्र लिख कर सूचित किया है कि उसे वित्त वर्ष (2018-19) के लिए कम से कम एक अरब रूपए की आवश्यकता है। सीनेट की एक समिति ने मार्च में खुलासा किया था कि सईद से जुड़ी दो संस्थाओं की 148 संपत्तियों को कब्जे में लिया गया है।