फांसी

पाकिस्तान ने भारत के बेगुनहा पूर्व भारतीय नौसैनिक सोमवार को मौत की सजा सुने है. वह पूर्व भारतीय नौसैनिक कुलभूषण जाधव हैं जिनको मौत की सजा सुनाई गई है.

कुलभूषण जाधव को पिछले वर्ष 3 मार्च को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया गया था. कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान में जासूसी करने का आरोप था.

पाकिस्तान ने जाधव पर देश में ‘विध्वंसकारी गतिविधियों’ की साजिश रचने का आरोप लगाया. क्‍वेटा के आतंकवाद निरोधक विभाग ने जाधव के खिलाफ मामला दर्ज किया था. जाधव को रिसर्च ऐंड अनैलेसिस विंग (रॉ) का एजेंट होने के आरोप में बलूचिस्तान के चमान इलाके से गिरफ्तार किया था.

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पाकिस्तानी सेना ने जाधव का इकबालिया बयान जारी किया था जिसमें कथित रूप से कहा गया कि जाधव भारतीय नौसेना के सेवारत अधिकारी हैं. भारत ने माना था कि जाधव सेवानिवृत नौसेना अधिकारी हैं, लेकिन उसने इस आरोप का खंडन किया है कि वह सरकार से किसी भी रूप में जुड़े थे.

मामला जानें
पाकिस्तान ने दावा किया था कि कुलभूषण जाधव ने कुबूल किया था कि वह रॉ के लिए काम करता है, और बलूचिस्तान में तैनात था. उनके अनुसार जाधव भारतीय नौसेना का सर्विंग अफसर है, इसे सीधे तौर पर रॉ चीफ हैंडल करते हैं. पाकिस्तान का दावा था कि वह 2022 में रिटायर होगा.”

भारत सरकार ने इस बात को कबूला था कि जाधव भारतीय नागरिक है और भारतीय नौसेना में काम कर चुका है. लेकिन भारत ने कहा था कि वीडियो में जो भी जाधव बातें कर रहे हैं, उनमें कुछ भी सच्चाई नहीं है. जाधव का वीडियो में दिया गया बयान, दबाव में दिया गया बयान है. हालांकि
आपको बता दें कि कुछ समय पहले कुलदीप जाधव की ओर से एक वीडियो जारी किया गया था. वीडियो में जाधव ने कहा था कि वह वे दिसंबर 2001 तक भारतीय नौसेना का हिस्सा थे, उन्होंने संसद हमले के दौरान डोमेस्टिक इंटेविजेंस भी जुटाई थी. जिसके बाद उन्होंने भारतीय खुफिया एजेंसियों के लिए जानकारी भी जुटाई थी.

पाकिस्तान के जनरल कमर जावेद ने इस बात पर मुहर लगा दी है. पाकिस्तान के इस कदम से भारत के विदेश मंत्रालय ने PAK उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया है.