नकवी

संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हंगामे के साथ हुई है। आज मानसून सत्र का तीसरा दिन है लेकिन सदन में कार्यवाही से पहले बीजेपी की संसदीय दल की बैठक होने जा रही है। इस बैठक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद पहुँच गयें हैं।

राज्यसभा में मॉब लिंचिंग और दलितों के मुद्दे पर बहस भी हो सकती है। मंगलवार को राज्यसभा में बहस के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपना इस्तीफा दे दिया। मायावती की राज्यसभा के उपसभापति पी.जे. कुरियन से बहस हुई। मायावती राज्यसभा में अपनी बात पूरी न रखे जाने से नाराज थीं। बाद में वे राज्यसभा से बाहर चली गई साथ ही कांग्रेस ने भी उनके समर्थन में वॉकआउट कर दिया था।

मायावती ने कहा कि मुझे महज तीन मिनट का वक्त दिया जा रहा है। आखिर इतने महत्वपूर्ण मसले पर मेरी बात क्यों नहीं सुनी जा रही। लानत है ऐसी सदस्यता पर कि जिस समाज से मैं आती हूं उसी की बात सदन में नहीं रख पा रही।

इसके अलावा मायावती ने राज्य सरकार पर सहारनपुर हिंसा पीड़ितों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को बीजेपी शासित राज्य सरकार की ओर से कोई राहत नहीं मिल रही है। साथ ही बीएसपी के द्वारा हिंसा पीड़ितों के लिए जारी राहत को भी प्रशासन ने रोक दिया है

नकवी ने कहा कि माया सियासी हताशा में उपसभापति पर हमला कर रही हैं और सीधे-सीधे धमकी दे रही हैं जो बिल्कुल सही नहीं है। नकवी ने कहा कि माया किसी समाज की बात नहीं रख रहीं बल्कि सिर्फ सियासत कर रही हैं।

हालांकि, अभी तक मायावती का इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है। जिसकी एक वजह ये भी कि उन्होंने तीन पन्नों का त्यागपत्र सौंपा है, जो नियमों के खिलाफ है।