कानपुर : केडीए अफसरों ने 75 करोड़ रुपये की 60 हजार वर्ग मीटर जमीन चकेरी क्षेत्र के सजारी गांव में बुधवार को बवाल के बीच खाली करा ली है। हालांकि पुलिस व प्राधिकरण की टीम बवाल शुरू होने के एक घंटे तक बेबस नजर आई। टीम के सदस्य और पुलिस कर्मी ग्रामीणों के पथराव करते ही सिर पर हाथ रखकर भाग निकले। पीएसी के शाम साढ़े चार बजे आने के बाद दोबारा अभियान चलाया गया।

करीब 60 हजार वर्ग मीटर जमीन सजारी गांव की हाईवे विस्तार सिटी योजना के द्वितीय चरण पर अवैध कब्जा था। आवंटी लगातार प्लाट हैंडओवर करने के लिए कह रहे थे। जब शासन तक शिकायत हुई तब अफसरों ने प्लान बनाया। बुधवार को सबसे पहले झोपड़ियां शशिलाल रामखिलावन छोटेलाल गोरेलाल देशराज राजपूत की गिराई गईं।ग्रामीणों ने विरोध किया जब टीम ने कौशल्या को जबरन उसकी झोपड़ी से निकाला । जब पुलिस ने सख्ती की तो पथराव कर दिया।

पुलिस के पास उस वक्त दंगा नियंत्रण उपकरण नहीं थे। तीन बार टीम के लोगों ने वापस आने की कोशिश की लेकिन हर बार ग्रामीण टीम पर पथराव कर देते। इसके जवाब में सिपाहियों ने भी पत्थर चलाए लेकिन कोई असर नहीं पड़ा। आठ थानों की फोर्स जब एक घंटे तक उपद्रव होने के बाद पहुंची तब जाकर अफसरों की जान में जान आई। मौके पर एएसपी अनुराग आर्य भी पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता की। अफसरों ने इसके बाद गांव में रूटमार्च भी किया।

कुछ नकाबपोश पथराव करने वाले थे। नकाबपोश झोपड़ियों के पीछे से छिपकर हमला कर रहे थे। जब दो कैमरामैन ने वीडियो बनाने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने उन्हें भी पीटा और कैमरा तोड़ दिया। पुलिस नकाबपोशों की पहचान करने में जुटी है।

बुजुर्ग महिला कौशल्या को पीटने का आरोप ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाया। ग्रामीणों ने बताया कि टीम ने नोटिस दिए बिना ही मकान ढहा दिए। लोग अपने घरों में आराम कर रहे थे। उनकी गृहस्थी मलबे में दब गई। जन उत्थान समिति की अध्यक्ष सरिता केसरी ने कहा कि जो घर गिराए गए हैं, वहां लोग वर्षों से रह रहे हैं। उनके यहां बिजली का बिल आता है, राशन कार्ड भी बने हैं।

देर रात प्राधिकरण की तरफ से सहायक अभियंता सैयद मोहम्मद मेहंदी ने सजारी में केडीए टीम पर हमले और बवाल में 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमे में बलवा मारपीट समेत कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। हिरासत में लिए गए युवकों से पुलिस देर रात तक पूछताछ में जुटी रही। अभी तक बवाल के मुख्य आरोपियों का पता नहीं लगा।