प्रमाणपत्र

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि सूबे के मंत्री किसी प्रकार के VIP कल्चर का अनुसरण ना करें। उन्होंने सभी मंत्रियों की गाड़ी से बत्ती हटाने का निर्देश दे दिया था। सीएम योगी ने कहा था कि सभी लोग अपने काम पर ध्यान दें न कि VIP कल्चर पर।
वहीँ मंत्री राजेश अग्रवाल जब सिविल अस्पताल में VIP इलाज कराकर बाहर आये, तब एक पत्रकार ने उनसे सवाल पूछ लिया।

पत्रकार के सवाल पर मंत्री ने दी धमकी:
पत्रकार ने कहा कि क्या आपको VIP कल्चर पसंद है? मंत्री जी ये सवाल सुनकर आग-बबूला हो गए।

उन्होंने पत्रकार को धमकाते हुए कहा, ‘ऐसा है,ज्यादा नहीं बोलना चाहिए’ मंत्री जी का अंदाज बता रहा था कि सवाल से उनको दिक्कत हुई है। योगी सरकार में पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार बदस्तूर जारी है।’

विधानसभा में भी पत्रकारों के साथ वहां के स्टाफ में बदसलूकी की थी। जिसपर विधानसभा अध्यक्ष ने खेद जताया था। वहीँ अब मंत्री राजेश अग्रवाल का ये रवैया भी इसी की बानगी भर है। जबकि देखा जा सकता है कि अस्पताल में लोगों की भीड़ के बीच किस प्रकार मंत्री के लिए खास इंतजाम किये गए थे।

वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल को VIP कल्चर पसंद है:
लेकिन लगता है सीएम योगी आदित्यनाथ की इन बातों का उनके मंत्रीगण पर असर नहीं पड़ा है। सूबे के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल को देखकर तो कम से कम यही लगता है।

वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल सिविल अस्पताल पहुंचे थे। वहां डिजिटल X-RAY के लिए बाहर लम्बी लाइन लगी हुई थी। लेकिन मंत्रीजी ने पिछले गेट से एंट्री ली और हॉस्पिटल में अंदर दाखिल हो गए। वहां मंत्रीजी का डिजिटल X-RAY डायरेक्टर की देखरेख में हुआ।

डायरेक्टर भी खातिरदारी में जुटे:
मंत्री राजेश अग्रवाल के साथ उनके सुरक्षाकर्मी भी हॉस्पिटल परिसर में मौजूद हैं। इस बात से लाइन में लगे लोगों ने नाराजगी जताई तो डायरेक्टर सफाई देते नजर आये। उनका कहना है की सब कुछ ठीक से चल रहा है।

जबकि मंत्री के स्पेशल ट्रीटमेंट पर वहां मौजूद लोगों ने आपत्ति दर्ज की। मंत्री राजेश अग्रवाल की खातिरदारी में डायरेक्टर लगे हुए हैं। वहीँ मंत्री के काफिले के कारण वहां लोगों को परेशानी भी उठानी पड़ रही है।