चेतना

1970 के दशक में बनी फिल्म ‘चेतना’ में एक्ट्रेस रेहाना सुल्तान ने एक छोटी उम्र की सेक्स वर्कर का रोल कर चर्चित हुईं थीं। जिन्हे आज सब भुहल चुके हैं
बताया जाता है कि उनका फिल्मी करियर सिर्फ इसलिए नहीं चला क्योंकि उन्होंने कई फिल्मों में न्यूड रोल किए और बाद में उनकी यही पहचान बन गयी। आजकल आर्थिक तंगी से गुजर रहीं हैं। रेहाना को फिलहाल सिने एंड टेलीविजन आर्टिस्ट एसोसिएशन (CINTAA) की तरफ से हर महीने मदद मिलती है।

“मैंने इतने नंगे मर्द देखे हैं कि मुझे अब कपड़े पहने हुए पुरुषों से नफ़रत होने लगी है।” साल 1970 में रिलीज़ हुई फ़िल्म ‘चेतना’ में कम उम्र की एक यौनकर्मी अपने एक ग्राहक से ये कहती है।

19 नवंबर, 1950 को इलाहाबाद में जन्मीं रेहाना पुणे के FTII से एक्टिंग में ग्रैजुएट हैं। रेहाना FTII से पास ऐसी पहली एक्ट्रेस थीं, जिन्हें किसी फिल्म में लीड रोल मिला था। इसके बाद डायरेक्टर राजिंदर सिंह बेदी ने 1970 में उन्हें फिल्म ‘दस्तक’ में रोल दिया। 1967 में एक्टिंग डिग्री मिलने के बाद उन्हें विश्वनाथ अयंगर की डिप्लोमा फिल्म ‘शादी की पहली सालगिरह’ में काम करने का मौका मिला। रेहाना को फिल्म ‘दस्तक’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस कैटेगरी में नेशनल अवॉर्ड भी मिला इसके बाद रेहाना ने कुछ और फिल्में कीं, जिनमें ‘हार-जीत’ (1972), ‘प्रेम पर्वत’ (1973) और ‘किस्सा कुर्सी का’ (1977) जैसी फिल्में शामिल हैं।

उस समय बॉलीवुड नाच-गानों के लिए जाना जाता था। फ़िल्म निर्देशक श्याम बेनेगल के मुताबिक़, हीरोइनों से ‘पवित्र और कुमारी’ होने की उम्मीद की जाती थी।

‘चेतना’ यौनकर्मियों के पुनर्वास पर आधारित फ़िल्म थी। इसके निर्देशक बाबू राम इशारा ने इसके ज़रिए भारत को झकझोर कर रख दिया था। एक फ़िल्म आलोचक ने लिखा था, “रेहाना सुल्तान ने उच्च वर्ग की ढंकी छिपी वेश्या का ज़बरदस्त रोल कर सबको सन्न कर दिया था।”
वे उन अभिनेत्रियों की अगुआ थीं, जिन्होंने दमदार औरतों और यौन क्रांति की छवि का निर्माण किया था।