बिहार में महागठबंधन टूट चुका है। इसके बाद अब आरजेडी सड़क पर उतर गई है। रात में तेजस्वी और उनके समर्थकों ने राजभवन तक विरोध मार्च किया। पूरे बिहार में आरजेडी ने नीतीश के खिलाफ विश्वासघात दिवस मनाने का ऐलान किया है। साथ ही पटना में ऐतिहासिक महात्मा गांधी सेतु पर आरजेडी समर्थकों ने धरना दिया।

राजद के विधायक सुबह 11 बजे बैठक करेंगे। आरजेडी नेताओं का कहना है कि सबसे बड़ा विधायक दल उनके पास होने के बावजूद राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता नहीं दिया और बीजेपी-जेडीयू को बुला लिया। राज्यपाल ने पहले उन्हें सुबह 11 बजे मिलने का समय दिया था, लेकिन नीतीश को सुबह 10 बजे ही शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित कर लिया है। यह उनके साथ एक तरह का धोखा है।

आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद ने उन्होंने कहा कि जेडीयू- बीजेपी ने साजिश के तहत 10 बजे ही शपथ ग्रहण कराने का इंतजाम किया है ताकि हम लोग कोर्ट की शरण में न जा सकें।

नए गठबंधन की शुरुआत
बिहार में नए गठबंधन की शुरुआत हो गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 6वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। बीजेपी नेता सुशील मोदी ने भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। अन्य म‍ंत्रियों को बाद में शपथ दिलाई जाएगी।

अखिलेश यादव ने ली चुटकी
बीजेपी के समर्थन के बाद बिहार की सत्ता में एक बार फिर नीतीश कुमार की वापसी हो रही है। तेजस्वी की जगह अब सुशील मोदी डिप्टी सीएम होंगे। नितीश इस्तीफा देने के 12 घंटे बाद ही दुबारा उसी पद पर काबिज होने जा रहें हैं। सोशल मीडिया पर सियासी दलों और नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं। पढ़े

सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने नीतीश के इस कदम पर तंज कसते हुए कहा कि ना-ना करते प्यार तुम्ही से कर बैठे।

कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि, एक बार फिर से बिहार में राज्यपाल ने सरकारिया कमीशन और सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन किया है। सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी को मौका नहीं दिया गया है। दिग्विजय सिंह ने कहा- BJP का प्रजातंत्र में विश्वास ना पहले था ना अब है। इस कृत्य के लिए धिक्कार है।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट करके नीतीश कुमार और सुशील मोदी को कहा , रिश्ता मुबारक हो,खुश रहो, आबाद रहो, अब साथ रहो।