Sanitary Napkins, Wending Machines, Schools, Railway Platforms,

पीरियड्स एक नैचुरल प्रोसेस है, जिससे हर महीने सभी महिलाओं को गुजरना पड़ता है। महीने के ये 6-7 दिन हर महिला के लिए काफी मुश्किल भरे होते हैं। पीरियड्स के दौरान लड़कियों को कई बातों पर ध्यान रखना पड़ता है। हर तीसरे घंटे सैनिटरी नैपकिन चेंज करना होता है, ताकि इंफैक्शन जैसी समस्याओं से बचा सकें लेकिन आज भी कई गर्ल्स चाइल्ड है, जो सैनिटरी नैपकिन्स खरीदने में असमर्थ है या फिर उन्हें प्राप्त नहीं होते। इसी वजह से कई लड़कियां पीरियड्स के दिनों में स्कूल भी नहीं जाती, जिस वजह से उनकी पढ़ाई में भी रूकावट लग जाती है।

इस बात को ध्यान में रखते हुए GST और Central Excise office ने स्कूल में स्वच्छता अभियान के तहत वेंडिंग मशीन लगाने का फैसला किया है। इस मशीन से छात्राओं को काफी फायदा होने जा रहा है। इस वेंडिंग मशीन के लगने से उम्मीद की जा रही है कि पीरियड के दिनों में भी छात्राएं स्कूल जाएंगी और अटेंडेंस में कमी देखने को मिलेगी। छात्राओं का कहना है कि फिल्म पैडमेन के रिलीज होने के बाद सैनिटरी नैपकिन को लेकर जागरुकता काफी बढ़ गई है।

 

केरल के स्कूलों में लग चुकी हैं ये मशीनें
बताया जा रहा है कि केरल के स्कूलों में वेडिंग मशीनें लग चुकी हैं। ये नियम हायर सेकेंडरी स्कूलों में लागू होगा।

पांच रुपए में दो सैनिटरी नैपकिन
भोपाल के रेलवे स्टेशन पर इस मुहािम का असर देखने को मिल रहा है। भोपाल की एक रेलवे स्टेशन पर नए साल से महिला यात्रियों के स्वास्थ्य और स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन लगवाई गई है।

दिल्ली में सस्ते में मिल रहें है सैनिटरी नैपकिन
दिल्ली की महिलाओं को सस्ते में सैनिटरी नैपकिन मुहैया करवाएं जा रहे है। बताया जा रहा है कि दिल्ली के पब्लिक टॉयलेट सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन लगाई गई है जिसमें से महिलाएं बेझिझक सैनिटरी नैपकिन ले सकती है।