Kalavari

साल 2014 के बाद से भारत लगातार अपनी सैन्य क्षमता में इजाफा कर रहा है, जिसका ताजा उदाहरण गुरुवार को देखने को मिला, जब भारतीय नौसेना को स्कॉर्पियन क्लास की पहली सबमरीन ‘कलवरी’ मिल गयी है।

दुनिया की सबसे घातक सबमरीन में से एक, बनेंगी 5 और कलवरी-
भारतीय नौसेना को गुरुवार को पहली स्कॉर्पियन क्लास की सबमरीन मिल गयी है। जिसके चलते भारत की नौसेना की ताकत में काफी इजाफा हुआ है। गौरतलब है कि, इस सबमरीन को दुनिया की सबसे घातक सबमरीन में से एक माना जा रहा है। इसके साथ ही भारत में ऐसी 5 और सबमरीन को तैयार किया जायेगा। जल्द ही यह सबमरीन अपनी सेवाएं भारतीय नौसेना को देना शुरू कर देगी। यह जानकारी भारतीय नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कही।
इस सबमरीन को मझगाँव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने बनाया है। नौसेना ने इसी साल मार्च में इस सबमरीन से एंटी-शिप मिसाइल का टेस्ट किया था। यह टेस्ट कामयाब रहा था, मिसाइल ने समुद्र की गहराई से सतह पर मौजूद टारगेट को हिट किया था। इस सबमरीन के नौसेना में शामिल होने से यकीनन नेवी की ताकत में इजाफा हुआ है।

टाइगर शार्क से लिया गया नाम-
देश की पहली स्कॉर्पियन सबमरीन ‘कलवारी’ भारतीय नौसेना को मिल चुकी है। गौरतलब है कि, कलवारी नाम शार्क मछली की एक प्रजाति ‘टाइगर शार्क’ से लिया गया है। टाइगर शार्क को शार्क में सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है। शायद इसीलिए इस सबमरीन को दुनिया की सबसे घातक सबमरीन में से एक माना जाता है।