नाग

मणिकर्णिका महाश्मशान घाट पर घाटों की सीढ़ियों से एक नाग तेजी से गंगा के पानी में उतरा और करीब 5 फीट दूर गंगा में मौजूद शिवलिंग की तीन बार परिक्रमा करने बाद वहीं रुक गया।

इस दौरान कुछ स्थानीय लोग दृश्य को सावन में देखकर नजदीक से दर्शन करने पानी में उतर गए। कुछ लोग नाग देवता को गंगा जल से अभिषेक भी करने लगे। बता दें, गंगा के बढ़ते जल स्तर से घाट किनारे कई मंदिर डूब गए है।

दर्शनार्थीयों ने बताया कि सावन के महीने में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए लाखों भक्त यहां आते हैं, ऐसे में हमने जो देखा उसपर विश्वास नहीं होता। नाग करीब 15 सीढ़ियों से नीचे गंगा में उतरा और शिवलिंग के पास पहुंचा। फन निकालकर मानो उसने प्रणाम किया और परिक्रमा करने लगा। लोगों की हलचल को देखकर वो शिवलिंग से दूर हो गया। बाढ़ के दिनों में सांप तैरकर कई स्थानों से आते हैं। ये नाग गंगा से नहीं बल्कि सीढ़ियों से आया जो अद्भुत था। नाग की मुद्राएं विचित्र थी। मानो वो शिवलिंग से लिपटना चाहता था।

नाग दर्शन के बाद सीढ़ियों के अंदर गढ्ढे में चला गया और कुछ देर बाद बाहर निकल कर वापस सीढ़ियों से होते हुए गायब हो गया।